*नक्सली “ जन पितुरी सप्ताह " में राज्य शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सल संगठन से जुड़े 08 सदस्यों द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में किया गया आत्मसमर्पण । आत्मसमर्पित नक्सलियों में एक 02 लाख ईनामी भी शामिल । नक्सलियों के अमानवीय एवं आधारहीन विचारधारा को त्यागकर किया आत्मसमर्पण । नक्सलियों के शोषण , अत्याचार , भेदभाव एवं स्थानीय आदिवासियों से होने वाली हिंसा से त्रस्त होकर छोड़ा लाल आंतक का साथ । आत्मसमर्पण करने वाले में से 01 नक्सली दम्पती भी शामिल । एक नक्सली ने भरमार बंदूक के साथ समर्पण किया । पुनर्वास नीति के तहत सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को दस हजार के मान से प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया ।*
सुकमा जिला सुकमा में श्री सुन्दरराज पी . पुलिस महानिरीक्षक , बस्तर रेंज जगदलपुर ( छ.ग. ) एवं श्री के.एल. ध्रुव पुलिस अधीक्षक सुकमा ( छ.ग. ) के निर्देशन पर चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार - प्रसार से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय , आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण , अत्याचार , भेदभाव तथा स्थानीय आदिवासियों से होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े 08 नक्सली सदस्यों क्रमशः 01. वंजाम भीमा ( प्लाटून नंबर 04 में सेक्शन बी का सदस्य ईनामी 02 लाख रूपये ) , 02. रवि ( डीएककेएमएस सदस्य ) , 03. कोसा ( जीआरडी कमांडर ) , 04. देवा ( मिलिशिया सदस्य ) , 05. दिरदो गंगा ( मिलिशिया सदस्य ) , 06. सोड़ी दुला ( मिलिशिया सदस्य ) , 07. कवासी देवा ( मिलिशिया सदस्य ) , 08. माड़वी कलावती ( सीएनएम सदस्या ) के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में श्री योज्ञान सिंह डीआईजी ( परि . ) सीआरपीएफ सुकमा , श्री विनित नन्दनवार , कलेक्टर जिला सुकमा , श्री के.एल. ध्रुव , पुलिस अधीक्षक सुकमा , श्री धर्मेन्द्र सिंह , कमाण्डेंट 150 वी वाहिनी सीआरपीएफ , श्री ताशी ग्यालिक , कमाण्डेंट 02 री वाहिनी सीआरपीएफ , श्री सचिन्द्र चौबे , अति . पुलिस अधीक्षक सुकमा के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया । इस दौरान जिले के समस्त राजपत्रित अधिकारीगण उपस्थित रहे । आत्मसमर्पित नक्सली में से कवासी देवा द्वारा एक भरमार बंदूक के साथ समर्पण किया गया । उक्त आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की राहत एवं पुनर्वास नीति के तहत नियमानुसार 10,000-10,000 / - हजार प्रोत्साहन राशि प्रदाय किया गया । सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय किया जायेगा ।