डेस्क। यूपी के शाहजहांपुर जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज के एक सर्जन पर लापरवाही का आरोप लगा है। यहां एक गर्भवती महिला के ऑपरेशन के दौरान पेट में कपड़ा छूट गया। ऑपरेशन के बाद महिला और नवजात को छुट्टी दे दी गई। घर पहुंचने पर महिला की हालत बिगड़ी तो पति ने उसे एक निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। सीटी स्कैन में पता चला कि महिला के पेट में कपड़ा है। फिर ऑपरेशन कर कपड़ा निकाला गया। वर्तमान में लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में महिला का इलाज चल रहा है। जहां उसकी हालत गंभीर है।
ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता के पेट में ही कपड़ा छोड़ देने के मामले की जांच के लिए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने तीन सदस्य टीम बनायी है। पीड़िता की गंभीर हालत को देखते हुए उसे लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है जहां ऑपरेशन के बाद वह वेंटिलेटर पर है। तिलहर थानाक्षेत्र के रामापुर उत्तरी के मनोज की पत्नी नीलम ने यहां ऑपरेशन के दौरान एक बेटी का जन्म दिया था। इसी ऑपरेशन के दौरान नीलम के पेट में कथित रूप से कपड़ा छोड़ने का आरोप है।
ऑपरेशन करके पीड़िता के पेट से कपड़ा निकाला गया
महिला के पति मनोज ने बताया कि बेटी के जन्म के बाद उसकी पत्नी के पेट में दर्द की शिकायत रहती थी। उन्होंने कई प्राइवेट डॉक्टरों से दवा ली लेकिन जब फायदा नहीं हुआ तो उन्हें एक निजी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां सीटी स्कैन करने के बाद पता लगा कि नीलम के पेट में डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के दौरान कपड़ा छोड़ दिया गया है। इसके बाद ऑपरेशन करके पीड़िता के पेट से कपड़ा निकाला गया।
आर्थिक रूप से टूट गया मनोज
राजकीय मेडिकल कॉलेज में गर्भवती पत्नी का ऑपरेशन कराने के बाद से मनोज कुमार आर्थिक रूप से काफी टूट गए हैं। मनोज निजी अस्पतालों में पिछले छह महीने से पत्नी का इलाज करा रहे हैं। प्रतिदिन दवाओं पर हजारों रुपये खर्च करने के बाद खेतीबाड़ी करने वाले मनोज के पास रुपये खत्म हो गए थे। करीब चार लाख रुपये इलाज में लग चुका है, लेकिन पत्नी की हालत अब भी खतरे के बाहर नहीं है। मनोज ने पत्नी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। मनोज के पास सात-आठ बीघा खेती थी। पत्नी की जान बचाने के लिए मनोज ने खेत गिरवी रख दिया।