डेस्क : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज रात 11 बजे रायपुर पहुंचेंगे, फिर 15 और 16 दिसंबर को जगदलपुर में कई कार्यक्रमों शामिल होंगे। इस दौरान वे सरेंडर नक्सलियों से मिलेंगे। जवानों और शहीदों के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे।
अमित शाह बस्तर आ रहे हैं। चर्चा है कि हिड़मा के गांव जा सकते हैं। अबूझमाड़ या पूवर्ती गांव जाने की भी चर्चा है। ऐसा होता है, तो ऐसा करने वाले वे देश के पहले गृहमंत्री होंगे।
पूवर्ती खूंखार नक्सली हिड़मा का गांव है। यहां पिछले कई सालों से नक्सलियों का कब्जा था। उनकी इजाजत के बिना यहां प्रवेश पर प्रतिबंध था। अब यहां CRPF, DRG, STF और कोबरा ने मिलकर संयुक्त कैंप स्थापित किया है।
इन 2 जगहों पर जाने की चर्चा, जानिए क्यों
बस्तर में जब भी नक्सल का जिक्र होता है तो नक्सली लीडर माड़वी हिड़मा का नाम भी आता है। पुलिस की वांटेड लिस्ट में भी सबसे पहले हिड़मा का ही नाम है। हिड़मा सुकमा जिले के अति संवेदनशील पूवर्ती गांव का रहने वाला है। वर्तमान में ये नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर है। इस पर 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित है।
कुछ महीने पहले ही हिड़मा के गांव पूवर्ती में उसके घर के नजदीक ही सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया गया है। पूवर्ती, टेकलगुडेम समेत आस-पास के इलाके को जवानों ने कैप्चर कर लिया है। हर दिन यहां सैकड़ों जवान सर्च ऑपरेशन पर निकलते हैं। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हिड़मा के गांव जाकर उसके इलाके के लोगों से मुलाकात कर सकते हैं।
अमित शाह नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ भी जा सकते हैं। अबूझमाड़ के गांव में इसलिए क्योंकि इस इलाके को नक्सलियों की राजधानी के नाम से जाना जाता है। यहां कई बड़े कैडर्स के नक्सली हैं। बड़ी बात है कि अबूझमाड़ के इलाके में ही आर्मी का बेस कैंप भी स्थापित किया जाना है।
इस लिहाज से इलाके को करीब से देखने और इंडियन आर्मी के बेस कैंप खोलने को लेकर वे इस इलाके में भी जा सकते हैं। माड़ की जमीनी स्थिति, इलाके के लोगों से मुलाकात कर उनसे चर्चा कर सकते हैं।