नईदिल्ली 7 सितम्बर 2021. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन हो गया है. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार के प्रधानमंत्री होंगे. अंतरिम सरकार में सिराज हक्कानी को आंतरिक मामलों का मंत्री बनाया गया है.वहीं, मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री बनाया गया है. मुल्ला हसन के बारे में यह कहा जा रहा है कि वह करीब 20 साल से अखुंजादा का करीबी रहा है और इसी वजह से उसे हेड आॅफ स्टेट का पद मिल रहा है
मुख्य प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को प्रधानमंत्री बनाया गया है। उनके साथ दो डिप्टी प्राइम मिनिस्टर होंगे। तालिबान प्रमुख शेख हिब्दुल्लाह अखुंदजादा सर्वोच्च नेता होंगे जिन्हें अमीर-उल-अफगानिस्तान कहा जाएगा।
सरकार का नाम- इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान होगा। यह तालिबान की अंतरिम सरकार है। तालिबान का कहना है कि समावेशी सरकार के गठन को लेकर चर्चा चल रही है। कारी फसीहुद्दीन को डिफेंस मिनिस्ट्री में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाया गया है। उनके नेतृत्व में ही तालिबान ने पंजशीर की लड़ाई लड़ी और जीती है। फसीहुद्दीन ताजिक मूल के प्रमुख तालिबान कमांडर हैं।
भारत को राहत
पिछले दिनों कतर की राजधानी दोहा में भारत और तालिबान के बीच औपचारिक तौर पर पहली बातचीत हुई थी। दोहा में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने तालिबान की पॉलिटिकल विंग के हेड शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनेकजई से मुलाकात की थी। इन्हीं स्टेनेकजई को तालिबान ने उप विदेश मंत्री बनाया है। अब्बास का भारत से पुराना रिश्ता है। वो देहरादून की मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग ले चुके है। कुछ वक्त अफगान सेना में रहे और बाद में तालिबान का दामन थाम लिया।
सिर्फ और सिर्फ तालिबान
33 मेंबर्स वाली कैबिनेट में तालिबान कमांडर्स या मजहबी नेताओं के कोई दूसरा चेहरा नजर नहीं आता। किस महिला को मंत्री नहीं बनाया गया है। सरकार के गठन की बातचीत करने वाले पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई को भी किनारे कर दिया गया है। अमेरिका को चैलेंज करने वाले सिराजुद्दीन हक्कानी को होम मिनिस्ट्री दी गई है। वो अमेरिका के मोस्ट वॉन्टेड टेरेरिस्ट लिस्ट में हैं।
पूरी कैबिनेट इस तरह है
प्रधानमंत्री - मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद डिप्टी PM 1 - मुल्ला बरादर डिप्टी PM 2 - अब्दुल सलाम हनाफी गृह मंत्री - सिराजुद्दीन हक्कानी रक्षा मंत्री - मोहम्मद याकूब मुजाहिद वित्त मंत्री - मुल्ला हिदायतुल्ला बदरी विदेश मंत्री - मौलवी आमिर खान मुतक्की शिक्षा मंत्री - शेख मौलवी नूरुल्ला मुनीर न्याय मंत्री - मौलवी अब्दुल हकीम शरिया उच्च शिक्षा मंत्री - अब्दुल बाकी हक्कानी ग्रामीण विकास मंत्री - यूनुस अखुंदजादा शरणार्थी मामलों के मंत्री - खलीलउर्रहमान हक्कानी जन कल्याण मंत्री - मुल्ला अब्दुल मनन ओमारी मिनिस्टर ऑफ कम्युनिकेशन - नजीबुल्ला हक्कानी माइन्स एंड पेट्रोलियम मंत्री - मुल्ला मोहम्मद अस्सा अखुंद मिनिस्टर ऑफ इलेक्ट्रिसिटी - मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसौर मिनिस्टर ऑफ एविएशन - हमीदुल्लाह अखुंदजादा मिनिस्टर ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कल्चर - मुल्ला खैरुल्लाह खैरख्वाह मिनिस्टर ऑफ इकोनॉमी - कारी दिन मोहम्मद हनीफ हज एंड औकाफ मिनिस्टर - मौलवी नूर मोहम्मद साकिब मिनिस्टर ऑफ बॉर्डर्स एंड ट्राइबल अफेयर्स - नूरउल्लाह नूरी उप विदेश मंत्री - शेर मोहम्मद स्टेनेकजई (इन्होंने ही पिछले दिनों दोहा में भारत के राजदूत दीपक मित्तल से मुलाकात की थी) उप वित्त मंत्री - मुल्ला मोहम्मद फाजिल अखुंद संस्कृति मंत्रालय के डिप्टी मिनिस्टर - जबीउल्लाह मुजाहिद रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ - कारी फसीहउद्दीन (ताजिक मूल के तालिबान कमांडर, इनके नेतृत्व में ही तालिबान ने पंजशीर की लड़ाई लड़ी और जीती) सेना प्रमुख - मुल्ला फजल अखुंद डायरेक्टर जनरल ऑफ इंटेलिजेंस - अब्दुल हक वासिक डिप्टी चीफ ऑफ इंटेलिजेंस - मुल्ला ताज मीर जवाद नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्यूरिटी (NDS) प्रमुख - मुल्ला अब्दुल हक वासिक चीफ ऑफ अफगानिस्तान बैंक - हाजी मोहम्मद अद्दरैस एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ अफेयर्स - मौलवी अहमद जान अहमदी चीफ ऑफ स्टाफ - फसिहुद्दीन मंत्रालय स्पष्ट नहीं - शेख मोहम्मद खालिद
मुल्ला हसन अखुंद फिलहाल रहबारी शूरा (लीडरशिप काउंसिल) के प्रमुख हैं। रहबारी शूरा तालिबान से संबंधित शक्तिशाली निर्णय लेने वाली संस्था है। मुल्ला हसन अखुंद का जन्म उसी कंधार में हुआ है जिससे तालिबान की भी शुरुआत हुई थी। सशस्त्र आंदोलन की शुरुआत करने वाले नेताओं में मुल्ला हसन अखुंद भी शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अखुंद ने रहबारी शूरा के प्रमुख के रूप में 20 वर्षों तक काम किया और तालिबानी लड़ाकों के बीच उनकी अच्छी पैठ मानी जाती है। तालिबान नेताओं का दावा है कि सैन्य पृष्ठभूमि के बजाय उनकी धार्मिक पृष्ठभूमि अधिक है और वह अपने चरित्र और भक्ति के लिए जाने जाते हैं। मुल्ला हसन को 20 साल से अधिक से शेख हिबतुल्ला अखुनजादा का करीबी बताया जाता है।