नया भारत डेस्क : अगर आपका खाता भी बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) में हैं, तो यह खबर आपके काम की है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने उन ग्राहकों को अलर्ट किया है, जिन्होंने अभी तक केवाई की प्रक्रिया पूरी नहीं की है. बैंक ने साफ तौर पर कहा है कि ऐसा नहीं करने वाले ग्राहकों के खाते डीएक्टिवेट हो जाएंगे. (Bank Alert)
अगर आप बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) के ग्राहक हैं, तो आपके लिए ये खबर जरूरी है. बैंक ने अपने ग्राहकों से कहा है कि वे जल्द से जल्द अपनी ‘नो योर कस्टमर्स’ (KYC) की प्रक्रिया पूरी कर लें. ऐसा नहीं करने वाले ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. उनके बैंक अकाउंट भी डीएक्टिवेट हो सकते हैं. बैंक ने इसके लिए ग्राहकों को सूचित कर दिया है. बढ़ते फ्रॉड को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) देश के सभी बैंकों को KYC कराने की सलाह देता है. (Bank Alert)
इस तारीख से पहले निपटा लें ये काम :
बैंक ऑफ बड़ौदा ने ट्वीट कर कहा है कि 24 मार्च 2023 तक सभी कस्टमर्स के लिए सेंट्रल केवाईसी (CKYC) का प्रोसेस पूरा करना जरूरी है. बैंक इसके लिए अपने ग्राहकों को नोटिस देकर और SMS के जरिए सूचित कर रहा है. ऐसा नहीं करने वाले ग्राहकों के अकाउंट डीएक्टिवेट हो सकते हैं. बैंक ने बताया है कि जिन ग्राहकों को नोटिस, SMS या CKYC के लिए बैंक ने कॉल किया है वो सभी बैंक के ब्रॉन्च जाकर अपने डॉक्यूमेंट्स को जमाकर इस प्रोसेस को पूरा कर लें. ग्राहकों को ये काम 24 मार्च से पहला निपटाना है. (Bank Alert)
क्यों जरूरी है केवाईसी?
CKYC के जरिए बैंक अपने ग्राहकों के डेटा डिजिटल फॉर्मेट में अपने पास सेव कर लेते हैं. पहले ग्राहकों को अलग-अलग कामों के लिए हर बार KYC करवानी पड़ती थी. लेकिन सेंट्रल केवाईसी के बाद ग्राहकों को बार-बार इसकी जरूरत नहीं पड़ती है. पहले लाइफ इंश्योरेंस खरीदने और डीमैट अकाउंट ओपन करने जैसे कामों के लिए अलग केवाईसी करवानी पड़ती थी. लेकिन अब सेंट्रल केवाईसी के बाद सभी कामों के आसानी से एक बार में ही पूरा किया जा सकता है. (Bank Alert)
इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ती है जरूरत :
KYC अपडेट कराने के लिए ग्राहकों को एड्रेस प्रूफ, फोटो, पैन, आधार नंबर और मोबाइल नंबर देना होता है. एक बार डॉक्यूमेंट्स को अपडेट करने के बाद बैंक जरूरत पड़ने पर आपके द्वारा दिए गए डेटा से उसे मिलान कर लेता है. सही पाए जाने पर आपका काम पूरा हो जाता है. अगर जानकारी मैच नहीं करती है, तो बैंक दोबारा डॉक्यूमेंट्स की जांच कर सकता है. (Bank Alert)