Brahma Muhurt Me Uthne Ke Fayde :
रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ घण्टे) पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में ही जग जाना चाहिये।
नया भारत डेस्क : हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक शास्त्रों, वेद पुराणों और हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्म मुहूर्त में उठना अत्यंत लाभकारी बताया है. यदि आप ब्रह्म मुहूर्त में उठते हैं तो आपको सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. आपका पूरा दिन ऊर्जा से भरा होता है और आपको हर काम में सफलता प्राप्त होती है. मान्यता के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर पूजा पाठ करने से हमारी प्रार्थना सीधे पर्मात्मा तक पहुंचती है. आइए जानते हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एंव पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, से कब होता है ब्रह्म मुहूर्त और क्या हैं ब्रह्म मुहूर्त का महत्व और इस समय उठने के फायदे. (Brahma Muhurt)
क्या होता है ब्रह्म मुहूर्त?
ब्रह्म अर्थात परमात्मा और मुहूर्त अर्थात समय,यानी परमात्मा का समय. यह रात के अंतिम पहर यानी जब रात खत्म होती है और सुबह शुरू होती है उस समय को माना जाता है. सुबह 4 से 5:30 तक का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है.
ब्रह्म मुहूर्त का महत्व
प्राचीन काल में ऋषि-मुनि ध्यान साधना करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम समय मानते थे. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में की गई भगवान की पूजा का फल जल्द ही प्राप्त होता है. इस समय सोना वर्जित माना जाता है. (Brahma Muhurt)
मुहूर्त में उठने के फायदे
-धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता और पितृ हमारे घर में आगमन करते हैं. जिसके कारण हमारे घर की उन्नति होती है.
-ब्रह्म मुहूर्त में उठने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है. साथ ही सहनशीलता में वृद्धि होती है. (Brahma Muhurt)
-जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है उसे अच्छा स्वास्थ्य, बल ,बुद्धि और विद्या प्राप्त होती है. इसके अलावा जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठते हैं वे जीवन में ज्यादा सफल होते हैं.
-जब व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है तो उस समय वातावरण में फैली सकारात्मक ऊर्जा मनुष्य के शरीर में प्रवेश करती है जिसकी वजह से मन में अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं.
-ब्रह्म मुहूर्त में किया गया ध्यान आत्म विश्लेषण और ब्रह्म ज्ञान के लिए सर्वोत्तम माना गया है. (Brahma Muhurt)