CG-3 SECRETARY SUSPENDED BREAKING: Zilla Panchayat CEO took action
मुंगेली /बलौदाबाजार 2 अक्टूबर 2022। मुंगेली जिले के ग्राम पंचायत राजपुर एवं उजियारपुर के पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। जिला पंचायत मुंगेली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी.एस. राजपूत द्वारा उक्त दोनों ग्राम पंचायत सचिवों के निलंबन की कार्रवाई उनके द्वारा गौठान के कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में की गई है।
ग्राम पंचायत राजपुर के सचिव अर्जुन लाल यादव द्वारा गौठान में गोबर खरीदी नहीं कराने एवं गौठान कार्य में सहयोग नहीं करने तथा ग्राम पंचायत उजियारपुर के सचिव बलरामदास मानिकपुरी द्वारा गौठान में हो रहे निर्माण कार्य, टीकाकरण कार्य में सहयोग नहीं करने एवं शासन की फ्लैगशिप योजना के क्रियान्वयन में रूचि नहीं लेने के मामले में निलंबित किया गया है। निलंबित कर दिया गया है।निलंबन अवधि में अर्जुन लाल यादव का मुख्यालय जनपद पंचायत मुंगेली और बलरामदास मानिकपुरी का मुख्यालय जनपद पंचायत लोरमी निर्धारित किया गया है।
बलौदाबाजार
कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा गावों में भू-जल स्तर एवं कृषि सुविधा में विस्तार हेतु लगातार गावों का निरीक्षण कर रहें है। जिसके अंतर्गत ग्राम संकरी,करेली,बुडगहन,भटभेरा, कुथरौद,हिरमी,पड़कीडीह,चंडी पहुँचकर कार्यो का जायजा लिया। इस दौरान ग्राम भटभेरा में ग्रामीणों की शिकायत पर सचिव को गौधन न्याय योजना एवं मनरेगा के कार्यो में लापरवाही बरतने के चलते सचिव श्रवण कुमार वर्मा को निलबिंत कर दिया गया है। निलबंन के अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी तथा इनका मुख्यालय जनपद पंचायत सिमगा होगा।
श्री वर्मा निरीक्षण के दौरान बाइक से कार्य स्थलों पर भी पहुँच रहें है। इस दौरान किसानों से चर्चा कर सिंचाई हेतु हर खेत के लिए जल अभियान एवं सिचांई की सुविधा विकसित करने की योजना के संबंध में विस्तृत चर्चा कर रहें है। योजना के तहत जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के अधिकारी कर्मचारी सभी दौरे में उपस्थित हो रहें है। जिले के अधिकांश गांवों में जलस्तर की गिरावट एवं यहॉं असिंचित क्षेत्र का रकबा अधिक होने के कारण यह अनूठी पहल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा प्रारंभ की गयी है। पहले चरण में जिन जिन गांवों में पानी की अत्याधिक समस्या होती है।
सर्वप्रथम उन ग्रामों का चयन किया गया है। वहॉं उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर जल स्तर और सिंचाई की सुविधा को बढ़ायी जायेगी। बहुत से ऐसे गांव है जहॉं बड़े-बड़े खदानों में पानी भरा है पर उसका उपयोग नही हो पा रहा है इस पानी को सिंचाई के लिये उपयोग किया जायेगा। वर्षा के पानी का बचत करने नदी नालों में क्या क्या स्ट्रक्चर बनाये जावेंगे। उक्त निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त सीईओ हरिशंकर चौहान,सहायक परियोजना अधिकारी के.के साहू, सहायक परियोजना अधिकारी एसबीएम मुरलीकांत यदु उपस्थित थे।