केशकाल। छत्तीसगढ़ के केशकाल में भ्रष्टाचार के मामले में आरोपों से घिरे बीआरसी प्रकाश कुमार साहू को पद से हटा दिया गया है। स्कूलों की राशि में भ्रष्टाचार करने के मामले में संयुक्त शिक्षक संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। स्कूलों की राशि को फर्जी सील और फर्जी हस्ताक्षर से निकालने के मामले में बीआरसी को हटाया गया है। प्रकाश कुमार साहू, प्रधान अध्यापक को विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक, केशकाल के पद से मुक्त करते हुये मूल संस्था शासकीय उच्च प्राथमिक शाला भर्रीपारा केशकाल के लिए प्रभाव से मुक्त किया गया है।
मालूम हो कि इस फर्जीवाड़े को लेकर संयुक्त शिक्षक संघ के द्वारा लगातार प्रदर्शन कर दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। पिछले दिनों संघ के प्रतिनिधि मंडल ने केशकाल एसडीएम से मिलकर मामले में कार्रवाई करने को लेकर ज्ञापन सौंपा था। इधर, कोंड़ागांव कलेक्टर ने एसडीएम को जांच कर रिर्पोट सौंपने के निर्देश दे दिये हैं। जांच के बाद फर्जीवाड़े में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
ये है पूरा मामला
बता दे कि शालाओं की राशि फर्जी सील और फर्जी हस्ताक्षर से निकाले गए पैसों से ब्लॉक के शिक्षकों में काफी आक्रोश है। कार्रवाई में लेटलतिफी से संघ ने धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया था। इस विशाल धरना प्रदर्शन में केशकाल विकासखंड के समस्त शिक्षकों का, जिला और अन्य ब्लॉक मुख्यालय से संघ के पदाधिकारीगण का आना प्रस्तावित था।
कलेक्टर कोंडागांव कुणाल दुदावत के निर्देश पर एसडीएम केशकाल अंकित चौहान ने संघ के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा हेतु बुलाया था। बैठक में प्रशासन की ओर से एसडीएम अंकित चौहान एवं तहसीलदार केशकाल विजय मिश्र शामिल हुए थे। इस बैठक में छ ग प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने स्पष्ट शब्दों में कार्रवाई नहीं होने से अपनी नाराजगी व्यक्त की जिसमें अनुविभागीय अधिकारी केशकाल ने धरना स्थगित करने का आग्रह किया और शनिवार तक कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है।
इस पर संघ के प्रतिनिधि मंडल ने आपस में सलाह मशविरा कर धरना प्रदर्शन स्थगित करने का फैसला किया। साथ ही कार्यवाही नहीं होने पर संघ ने उग्र प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है।