रायपुर। जाने-माने अर्थशास़्त्री अरविंद पनगढ़िया के नेतृत्व में केंद्रीय वित्त आयोग ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया। पांच साल में एक बार होने वाले इस प्रभावशाली आयोग के दौरे के लिए राज्य सरकार ने खूब तैयारी की थी। चूकि वित्त आयोग राज्यों को केंद्र से मिलने वाली राशि का फार्मूला बनाने में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए छत्तीसगढ़ का वित्त विभाग पिछले महीने से ही तैयारियों में जुटा हुआ था।
वित्त आयोग के दौरे के दूसरे दिन छत्तीसगढ़ मंत्रालय महानदी भवन में सरकार का प्रेजेंटेशन हुआ। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने वित्त आयोग के सामने पौने दो घंटे का प्रेजेंटेशन दिया। प्रजेंटेशन बहुत ही कसा हुआ और टू द प्वाइंट था। बैठक में छत्तीसगढ़ के सभी मंत्री और सीनियर अफसर मौजूद थे।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने वित्त आयोग के समक्ष पौने दो घंटे का प्रेजेंटेशन दिया और वाहवाही बटोर ले गए। प्रेजेंटेशन इतना कसा हुआ और प्वाइंटेड था कि मंत्रालय के कांफ्रेंस हॉल में पिन ड्रॉप सायलेंट रहा। इसके बाद वित्त आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढिया की बोलने की बारी आई। उन्होंने पब्लिकली ओपी के प्रेजेंटेशन की जमकर तारीफ की। पनगढिया जैसे हाइट के अर्थशास्त्री तीन मिनट ओपी के प्रेजेंटेशन पर बोल गए। उन्होंने कहा, ऐसी डीप स्टडी वाला प्रभावशाली प्रेजेंटेशन मैं कहीं देखा नहीं...मैं खुद प्वाइंट नोट किया और उन्होंने ऐसे सुझाव दिए कि मेरे नोटबुक के 16 पेज भर गए। पनगढ़िया के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का संबोधन हुआ। उन्होंने भी वित्त मंत्री के प्रेजेंटेशन की तारीफ की। कार्यक्रम के बाद मंत्रियों और अफसरों ने भी ओपी को बधाई दी और उनके प्रेजेंटेशन की तैयारियों को एप्रीसियेट किया।
वर्ल्ड लेवल के अर्थशास्त्री हैं पनगढ़िया
अरविंद पनगढ़िया वर्ल्ड लेवल के अर्थशास्त्री हैं। वे लंबे समय तक कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रहे। प्रधानमंत्री बनने के एक साल बाद नरेंद्र मोदी ने योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग रखा। उन्होंने पनगढ़िया को नीति आयोग का फर्स्ट वाइस चेयरमैन बनाया था। इसके बाद देश के सबसे बड़े और प्रभावशाली संवैधानिक आयोग फायनेंस कमीशन का उपाध्यक्ष बनाया। प्रधानमंत्री खुद इसके चेयरमैन होते हैं।