सुकमा। छत्तीसगढ़ के बस्तर से प्राकृतिक का एक अद्भुत नजारा देखने को मिला है। सुकमा की 24 वर्षीय आदिवासी महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया है। सभी बच्चे स्वस्थ बताए जा रहे हैं। इनमें दो लड़के और दो लड़की हैं। 3 बच्चों का वजन दो किलो है वहीं एक बच्चे का वजन डेढ़ किलो है। चारों का जन्म जगदलपुर के महारानी अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में हुआ है।
जानिए पूरी कहानी
जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला सुकमा के तोंगपाल क्षेत्र अंतर्गत जैमेर गांव का है। यहां रहने वाले हिड़मा कवासी की तीसरी पत्नी 24 वर्षीय को 25 जुलाई को लेबर पेन हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने जगदलपुर के महारानी अस्पताल में भर्ती कराया। 26 जुलाई को महिला का ऑपरेशन डाॅक्टरों ने किया। इससे पहले सोनोग्राफी निकाली गई थी। सोनोग्राफी में महिला के गर्भ में तीन बच्चे होने की जानकारी डाॅक्टरों ने दी थी। महिला का ऑपरेशन किया गया तो उसने चार बच्चों को जन्म दिया। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। तीन बच्चों का वनज दो किलों और एक बच्चे का वनज डेढ़ किलो है। बच्चों का उपचार (NICU) में रखकर डाॅक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है।
बच्चों के पिता ने की है तीन शादी
बच्चों के पिता हिड़मा कवासी ने पहली शादी हुंगी नाम की महिला से की, जिससे उसकी एक बेटी थी। बच्ची जब 9वीं कक्षा में थी तब बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गई। फिर कई सालों तक उसके बच्चे नहीं हुये। हिड़मा ने उसी इलाके में रहने वाली एक अन्य महिला से दूसरी शादी की। कई सालों तक दूसरी पत्नी से भी बच्चे नहीं हुये। जिसके बाद हिड़मा ने साल 2021 को तीसरी शादी की। तीन साल बाद तीसरी पत्नी से चार बच्चे हुये। एक साथ चार बच्चे होने से परिजनों में ख़ुशी का माहौल हैं, वहीं इस खबर के बाद गांव ही नहीं आसपास के गांव से भी लोग बच्चों को देखने अस्पताल पहुंच रहे हैं।
इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टर भी हैरान हैं। क्योंकि सोनोग्राफी में सिर्फ तीन ही बच्चों की जानकारी मिली थी। मगर जब महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया तो डिलीवरी करने वाले डॉक्टर भी दंग रह गए। बच्चों के पिता ने बताया कि जगदलपुर में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में उसकी गर्भवती पत्नी का ट्रीटमेंट चल रहा था। डॉक्टरों ने सोनोग्राफी जांच में तीन बच्चे की जानकारी दी। लेकिन पत्नी प्रसव के दौरान चार नवजात को जन्म दिया।