पटना। बिहार में 2016 के बाद आज जनता दरबार लगाया गया। जनता दरबार के दौरान सीएम ने करीब 200 लोगों की फरियाद सुनीं। बिहार में 62 महीने बाद आज सीएम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सचिवालय में जनता दरबार का आयोजन किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार ब्लैक फंगस से संक्रमित होने का दावा करने वाला एक व्यक्ति उनके सामने पहुंचा। जनता दरबार के दौरान एक फरियादी सीएम के पास आकर बताया कि मुझे अपने भीतर ब्लैक फंगस का लक्षण लग रहा है। फरियादी के इस बात को सुनते हुए सीएम असहज हो गए, जिसके बाद फरियादी युवक को स्वास्थ्य विभाग के पास भेज दिया गया।
मुख्यमंत्री ने जनता दरबार लगाया हुआ था और बारी बारी लोगों की शिकायतें सुन रहे थे, तभी उनके सामने एक याचक आकर बैठता है और अपने कागज मुख्यमंत्री को सौंपता है, मुख्यमंत्री ने कागज पढ़े और कहा, 'ये तो ब्लैक फंगस हो गया है', तभी वहां खड़े अधिकारियों ने फरियादी से पूछा कि किसको ब्लैक फंगस है तो वह बोला कि, "हमको ब्लैक फंगस के लक्ष्ण हैं।" मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों को कहा कि तुरंत इन्हें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास लेकर जाएं और साथ में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को फोन लगाया और कहा कि एक लड़का आया है और वह कह रहा है कि उसको ब्लैक फंगस है उसे देखिए।
नीतीश कुमार का "जनता का दरबार" कार्यक्रम पांच साल बाद आज से फिर शुरू हुआ है और हर सोमवार को मुख्यमंत्री का जनता दरबार लगेगा जिसमे लोग आमने-सामने बैठकर अपनी समस्या और शिकायत करेंगे और मुख्यमंत्री ऑनस्पॉट लोगों की समस्याओं के निष्पादन का निर्देश पदाधिकारियों को देंगे। बता दें कि सीएम की जनता दरबार में बिहार के दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी मौजूद रहीं। वहीं शिक्षामंत्री विजय चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सहित कई मंत्री और अधिकारी दरबार में मौजूद रहें।