डेस्क। देश में कोरोना वायरस का कहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है कि तीसरी लहर ने दस्तक देना भी शुरू कर दिया है। देश के कई राज्यों में एक तरफ जहां पाबंदियों को खोलना जारी है, तो कुछ जगहों पर नए मामलों की बढ़ती संख्या चिंता बढ़ा रही है। स्कूल खुल जाने के कारण बच्चों पर खतरा मंडरा रहा है। स्कूली बच्चों पर कोरोना का कहर खूब टूट रहा है।
छत्तीसगढ़ सहित देश के अलग-अलग राज्यों से बच्चों के कोरोना संक्रमित आने की खबरें लगातार आ रही है। छत्तीसगढ़ में जहां अब तक 10 दिन में करीब 40 बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, तो वहीं बैंग्लोर में 5 दिन के भीतर 300 से अधिक बच्चे कोरोना की चपेट में आ गये हैं। उसी तरह हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भी लगातार कोरोना संक्रमित बच्चे मिल रहे हैं। स्कूलों को खोलने के बाद बच्चों के संक्रमित होने की खबरें लगातर आ रही है।
बेंगलुरु में स्कूली बच्चों में कोरोना का कहर
कोरोना वायरस के मामले कम होने के बाद कई जगह स्कूल-कॉलेज खोल दिए गए थे। कर्नाटक के बेंगलुरु में भी ऐसा ही हुआ, लेकिन हाल ही में जारी आंकड़ों से जो तस्वीर निकलकर सामने आई है वो डराने वाली है। यहां करीब 6 दिनों में 300 से अधिक बच्चे कोरोनी की चपेट में आए हैं। बेंगलुरु जैसे बड़े शहर का ये आंकड़ा राज्य में सबसे तेज़ी से बढ़ता हुआ है। बेंगलुरु प्रशासन द्वारा जो आंकड़े दिए गए हैं, उनमें 0 से 9 साल के करीब 127 और 10 से 19 साल के करीब 174 बच्चे कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। ये आंकड़ा पांच अगस्त से दस अगस्त के बीच का है।
अन्य राज्यों में भी बच्चे हो रहे हैं शिकार
कर्नाटक से इतर अगर उत्तर भारत की बात करें, तो यहां भी स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद कोरोना के फैलते प्रकोप का असर दिख रहा है। हिमाचल प्रदेश में करीब 62 छात्र कोविड की चपेट में आए हैं, पंजाब में भी 27 स्कूली बच्चे कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। हरियाणा के स्कूलों में भी कोरोना के केस दिखे हैं। स्कूलों में लगातार आ रहे कोरोना के मामलों के कारण सरकारें एक बार फिर सकते में आई हैं।
अब हिमाचल प्रदेश ने 22 अगस्त तक स्कूल बंद करने की बात कही है। पंजाब की ओर से भी स्कूलों में सख्ती बढ़ाने की तैयारी है। बता दें कि हरियाणा में नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल जुलाई में खोले गए थे, जबकि पंजाब ने अगस्त की शुरुआत में स्कूल खोले थे। हरियाणा ने भी 2 अगस्त से 9-12वीं तक के छात्रों को स्कूल बुलाना शुरू किया था। गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भी बार-बार कहा गया है कि अभी दूसरी लहर भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, ऐसे में राज्य सरकारों द्वारा सतर्कता बरतनी चाहिए।