डेस्क। राजस्थान के जालोर ज़िले में तीन दिन पहले किडनैप किए गए मार्बल व्यवसायी ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने के बाद पुलिस को बताया है कि अपहरण में राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई के बेटे भूपेंद्र विश्नोई का भी हाथ था। चितलवाना के मार्बल व्यवसायी प्रकाश विश्नोई का तीन दिन पहले शहर के नयामोड़ से अपहरण कर लिया गया था। साचौंर क्षेत्र में एक मार्बल कारोबारी युवक का अपहरण हुआ था।
लेकिन गनीमत यह रही कि अपहत व्यापारी मंगलवार को बदमाशों को चकमा देकर उनके चुंगल से भाग छूटा। कारोबारी ने गहलोत सरकार के वन मंत्री के बेटे भूपेंद्र पर गंभीर आरोप जड़ दिए। राजस्थान के वनमंत्री सुखराम विश्नोई के बेटे भूपेंद्र एक बार विवादों में घिर गए है। अपहत युवक विश्नोई ने कहा कि उसका अपहरण 50 लाख की फिरौती के लिए किया गया था। वहीं इस साजिश में सुखराम विश्नोई के बेटे भूपेंद्र भी शामिल है। व्यापारी प्रकाश बिश्नोई आज जब किसी तरह से किडनैपर्स के चुंगल से बचकर वन मंत्री सुखराम बिश्नोई के पुत्र भूपेंद्र बिश्नोई पर अपहरण व फिरौती का बड़ा आरोप लगाया।
हालांकि युवक की और से बातों में कितनी सच्चाई है यह तो पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस की ओर से मामले की जांच की जा रही है। अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर एसपी ऑफिस में पेश हुए अपहृत युवक के शरीर पर चोट के गंभीर निशान लगे हुए हैं। पुलिस की ओर से युवक का मेडिकल करवाया जा रहा है। किडनैप किए गए युवक ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसकी पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई के पुत्र भूपेंद्र विश्नोई से फोन पर बात करवाई थी।
मंत्री पुत्र ने फोन पर उसे इस परेशानी से बचने के लिए ₹50 लाख देने की बात कही। पीड़ित प्रकाश विश्नोई ने बताया कि अपहरण के बाद उसे हरियाणा ले जाया गया। जहां फिरौती को लेकर उसके साथ जमकर मारपीट की गई। मारपीट में ज्यादा चोट लगने के कारण उसे किसी अस्पताल ले जाया गया। जहां से वह किसी तरह अपनी जान बचाकर जालोर पहुंचा।