सुकमा -नक्सलियों द्वारा सड़क काट व पेड़ गिरा बंद किए गए जगरगुंडा मार्ग को सुरक्षा के जवानों द्वारा सप्ताह भर बाद बहाल करा दिया गया है बीते 5 जून को नक्सलियों द्वारा सिलगेर गोलीबारी व बस्तर से कैम्पों को हटाने की माँग को लेकर दण्डकारण्य बंद का आह्वान किया था इस दौरान नक्सलियों ने सुकमा ज़िले के चिंतलनार व जगरगुंडा के बीच कई जगह सड़क पर गड्ढा कर सड़क पर पेड़ों को काट कर गिरा दिया था सप्ताह भर से मार्ग से लोग जैसे तैसे आवागमन कर रहे थे वहीं मंगलवार को सीआरपीएफ़ की 223वी बटालियन के जवान कमांडेंट रघुवंश सिंह व डिप्टी कमांडेंट दिपक ठाकुर व कोबरा 201 बटालियन के जवान कमांडेंट सौमित्र राय व द्वितीय कमान अधिकारी गौतम कुमार के निर्देश पर निकले जवानों को ट्रेक्टरों जेसीबी जैसी मशीनों के साथ सड़क मार्ग बहाल कराने भेजा गया था जिसे जवानों की कड़ी मेहनत के बदौलत बहाल करा लिया गया है ग़ौरतलब है की जगरगुंडा वही इलाक़ा है जो सलवा जूडूम के बाद से टापू की तरह बन गया था नक्सल ख़ौफ़ की वजह से लोग आवागमन नहीं करते थे और मार्ग पुरी तरह से पुरे एक दशक से भी अधिक समय तक बंद पड़ा रहा वही वहाँ रहने वाले लोगों के राशन की व्यवस्था शासन द्वारा हर 6 महीने में की जाती थी पिछले कुछ समय में शासन द्वारा जगरगुंडा में स्कूल आश्रम को वापस कर पुन: बहाल कराया गया है जिसे समय समय पर नक्सलियों द्वारा फिरसे बंद करने की कोशिश की जाती रही है इस बार भी नक्सलियों द्वारा मार्ग बंद किया गया पर जवानों की मेहनत के बदौलत मार्ग एक बार फिरसे बहाल करा लिया गया है