रायपुर। मंत्री टीएस सिंहदेव की सीएम भूपेश बघेल से चर्चा होगी। सदन छोड़कर निकले मंत्री टीएस सिंहदेव अब फिर से विधानसभा पहुंच रहे हैं। फिलहाल विधानसभा के लिए मंत्री टीएस सिंहदेव अपने बंगले से निकल चुके हैं। उन्ही की गाड़ी में शैलेष पांडेय भी बैठे हुए हैं। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मंत्री टीएस सिंहदेव अचानक सदन छोड़कर बाहर निकल गए थे। करीब एक घंटे के सियासी ड्रामे के बाद बाबा वापस विधानसभा के लिए निकल गए हैं।
बंगले से निकले टीएस सिंहदेव ने मीडिया से निकलते वक्त बस इतना ही कहा है कि मंत्रिमंडल के कुछ वरीष्ठ साथियों का फोन आया था। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री उनसे कुछ बात करना चाहते हैं। इसलिए मैं विधानसभा जा रहा हूं। कुछ देर पहले ही मंत्री टीएस सिंहदेव ने ये कहकर सदन से बाहर निकल गये थे कि जब तक सरकार की तरफ से मेरे पक्ष में कोई स्पष्ट बयान नहीं आ जाता। तक तक इस पवित्र सदन में मैं खुद को रहने योग्य नहीं मानता।
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव खड़े हुए और उन्होंने रुँधे कंठ से यह कहते हुए सदन छोड़ दिया की अब बहुत हुआ। बहुत हो गया। मेरे बारे में मेरे माता पिता के बारे में आप सब जानते हैं। मेरे बारे में कुछ ऐसा बताने की कोशिश हुई जो नहीं जानते। जब तक सरकार अपना पक्ष स्पष्ट नहीं करती। मेरी भुमिका को लेकर नहीं कहती। तब तक इस उच्च स्तरीय सदन और उसके मानदंडों के यह अनुरुप होगा कि मैं इस सदन में ना रहूं। अध्यक्ष जी आपकी अनुमति से यह सदन तत्काल छोड़ रहा हूँ।
डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह सदन के मान सम्मान का प्रश्न है। इसका रास्ता यह है कि संयुक्त विधायक दल का गठन करिए। वह रिपोर्ट आ जाएगी तो सदन संतुष्ट हो जाएगा। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हाउस ऑफ़ कॉमंस से लेकर देश की संसद या देश की किसी विधानसभा में ऐसी घटना हुई है क्या। अगर सदन का सम्मान नही सदस्य का सम्मान नही है। तो सदन चलाने का कोई औचित्य नहीं है। जेपीसी बनाइए।
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