छत्तीसगढ़ धमतरी....कुरूद मुद्दे की आंच अब राजधानी तक पहुंच सकती है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरना देने की बात कही है। जिसके लिये उन्होंने भाजपा प्रदेश नेतृत्व से अनुमति भी मांगी है। ज्ञात हो कि 09 सितंबर को कुरूद में कांग्रेस और भाजपा के युवा नेताओं के बीच झड़प हुई, जिसके बाद लगातार धरना प्रदर्शन आंदोलन हो रहे है। आज कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने एसपी आफिस के करीब धरना दिया। इस दौरान श्री चंद्राकर ने कहा कि परिपक्व लोकतंत्र में विरोध का खास महत्व है किंतु कांग्रेस की वर्तमान पीढ़ी यह राजनीतिक सहिष्णुता भूल गई है। भाजपा कार्यालय में घुसकर बत्तमीजी की गई, इसके बाद कांग्रेस के लोग थाने के अंदर भी जाकर धरना प्रदर्शन किये है। जबकी स्वतंत्र भारत में ऐसा कहीं नहीं हुआ होगा। कांग्रेस को जनादेश विकास के लिये मिला है मगर ढाई साल में धमतरी को क्या मिला, एक भी ऐसा माइल स्टोन कार्य बता दें। यहां दादागिरी, गुंडागर्दी होने नहीं दी जायेगी। धरना प्रदर्शन के माध्यम से जिस हद तक जाना पड़ेगा, जायेंगे, मगर ऐसा होने नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व से उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना प्रदर्शन के लिये अनुमति भी मांगी है।
धमतरी है वसूली का केंद्र...
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने धमतरी को वसूली का केंद्र बताते हुये यह भी कहा कि चार महीने से रेत खदानें बन्द होने से कांग्रेसियों का आधा दिमाग खराब हो गया है। क्योंकि प्रदेश के लिये यहीं से वसूली होती है। धमतरी की सेवा मतलब वसूली करना, दादागिरी करना, कानून हाथ में लेना है।
अधिकारी रडार में है, समय आने पर सिखायेंगे सबक....
श्री चंद्राकर ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमा लगाया गया है, जिसके लिये हम कोर्ट की शरण मे जायेंगे। जिसके सारे दस्तावेज हमारे पास है। भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता के साथ ऐसा हो, यह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी लक्ष्मण रेखा पार न करें, नियम कायदे पार करने वाले अधिकारी हमारी रडार में है, जिन्हें समय आने पर सबक सिखाया जायेगा।