बाग्लादेश ने रावलपिंडी टेस्ट में पाकिस्तान को हरा दिया. इसके साथ ही उन्होंने एक नया इतिहास रचा. टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ ये उनकी पहली जीत है. इसके साथ ही 2 मुकाबलों की टेस्ट सीरीज में उन्होंने 1-0 की बढ़त भी बना ली है.
इस हार के साथ ही पाकिस्तान की पूरी हेकड़ी निकल गई है. मैच से पहले पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद और कोच जेसन गिलेस्पी ने बड़ा फैसला लिया था. बांग्लादेश के लिए एक हरी पिच बनवाई थी और 4 तेज गेंदबाज खिलाया था. पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट ने फैंस के सामने ऐसा माहौल बनाया कि बांग्लादेश घुटने टेकने पर मजबूर हो जाएगी. लेकिन पाकिस्तान का ये अति आत्मविश्वास उन पर ही भारी पड़ गया.
अपनी पिच को नहीं समझ सके
पाकिस्तान ने बांग्लादेश के खिलाफ हरी पिच बनाकर 4 तेज गेंदबाज उतारे थे. सबसे बड़ी बात ये कि टीम में एक भी स्पिनर को शामिल नहीं किया गया था. इस फैसले को लेकर बवाल भी मचा लेकिन कोच और कप्तान अपने फैसले पर अड़े रहे. उन्होंने सोचा था कि पिच से भरपूर मदद मिलेगी और तेज गेंदबाजों के दम पर वो बांग्लादेश को बुरी तरह हरा देंगे. उनका ये दांव बुरी तरह फेल हो गया. पहली पारी में उम्मीद से विपरीत पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित हुई. शुरुआती कुछ ओवर तक पिच ने मदद किया, लेकिन इसके बाद बल्लेबाजों ने खूब रन बनाए. नतीजा ये हुआ कि पाकिस्तान 448 रन के जवाब में बांग्लादेश ने 565 रन ठोक दिए.
बांग्लादेश ने 20 साल बाद वो रिकॉर्ड भी तोड़ दिया जो 2004 में मुल्तान टेस्ट में टीम इंडिया ने पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था. बांग्लादेश की इस पारी में पाकिस्तान के चारों तेज गेंदबाजों ने मिलकर कुल 705 गेंद डालीं, जो 2002 के बाद होम टेस्ट मैच की एक पारी में पाकिस्तान के पेसरों की तरफ से सबसे ज्यादा है. इससे पहले मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने भारत के खिलाफ 672 गेंदें डाली थीं क्योंकि तब वीरेंद्र सहवाग ने 309 रनों की हैरतअंगेज पारी खेली थी.
फिरकी में फंसा पाकिस्तान
पाकिस्तानी टीम के असिसटेंट कोच अजहर महमूद ने भी माना कि उनसे गलती हुई है और टीम ने जैसा सोचा था, पिच ने उसके उलट खेल दिखाया. इसके अलावा मुख्य स्पिनर अबरार अहमद को बाहर बैठाने के फैसले ने भी भारी नुकसान किया. क्योंकि जहां फास्ट बॉलर्स इस पिच पर संघर्ष करते नजर आए, वहीं दिन बीतने के साथ ये स्पिनर्स के लिए मददगार हो गई. मैच की तीसरी पारी में बांग्लादेशी स्पिनर्स ने पाकिस्तान को खूब परेशान किया. बांग्लादेश के स्पिनर्स के सामने पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए और टीम महज 160 रन पर आउट हो गई. पूरे मैच में पाकिस्तान के 16 विकेट गिरे, जिसमें 9 विकेट स्पिनर शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज ने ही चटका दिए.