बांग्लादेश क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर खिलाड़ी शाकिब अल हसन को लेकर बीसीबी के नए अध्यक्ष फारूक अहमद ने बड़ा बयान दिया है.
उनका कहना है कि हत्या के आरोप में शामिल शाकिब अल हसन को जब तक दोषी करार नहीं दिया जाता है. तब तक वह टीम के लिए शिरकत करते रहेंगे. अहमद ने साफ शब्दों में कहा है, ''जब तक शाकिब अल हसन दोषी करार नहीं दे दिए जाते, तब तक उन्हें खेलने की अनुमति प्रदान की जाएगी. बांग्लादेश टीम पाकिस्तान दौरे के बाद भारत जाएगी और हम उन्हें वहां भी देखना चाहते हैं. शाकिब हमारे अनुबंधित खिलाड़ी हैं. यदि आवश्यकता पड़ी तो हम उन्हें कानूनी सहायता भी प्रदान करेंगे.''
शाकिब अल हसन के ऊपर लगा है हत्या का आरोप
शाकिब अल हसन के ऊपर हत्या का आरोप लगा है. अब आप सोच रहे होंगे कि एक क्रिकेटर किसी की कैसे हत्या कर सकता है. तो मामला कुछ यूं है कि रफीकुल इस्लाम नाम के एक शख्स ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित कुल 154 लोगों के ऊपर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है. यहां शाकिब को 28वें आरोपी के तौर पर नामित किया गया है.शख्स का कहना है कि हाल ही में बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान उसके 17 वर्षीय बेटे की गोली लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद उसने ढाका स्थित एडाबार पुलिस स्टेशन में 154 लोगों के खिलाफ हत्या का आरोप दर्ज कराया है. रिपोर्ट में शाकिब अल हसन का नाम भी शामिल है.
रफीकुल इस्लाम ने शाकिब को टेस्ट से हटाने की मांग की थी
मौजूदा समय में शाकिब अल हसन बांग्लादेश क्रिकेट टीम के साथ पाकिस्तान दौरे पर हैं. यहां वह रावलपिंडी टेस्ट में शिरकत करते, उससे पहले रफीकुल इस्लाम के वकीलों ने शाकिब को टेस्ट सीरीज से बाहर करने की मांग शुरू कर दी थी.
शाकिब को टेस्ट सीरीज से बाहर रखने के लिए बकायदा वकीलों की तरफ से बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को एक कानूनी नोटिस भी भेजा गया था. जिसमें साफ शब्दों में मांग की गई थी कि उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर रखा जाए.
हालांकि, शाकिब बांग्लादेश की तरफ से पहला टेस्ट मुकाबला खेलने में कामयाब रहे और अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई.