अजमेर। इन्दौर मध्यप्रदेश में विगत कुछ दिनों से चल रहे श्री गुरू ग्रंथ साहब की मर्यादा को लेकर सिन्धी सनातन मन्दिरों व पंजाब के निहंग दल के विवाद के चलते शुक्रवार को अजमेर में अखिल भारतीय सिन्धी सन्त समाज ट्रस्ट के निर्देशानुसार अजमेर जिले के सभी सिन्धी सन्तों ने मिलकर गुरू सिंह सभा हाथी भाटा अजमेर में जाकर श्री गुरू ग्रंथ साहिब को गुरूद्वारे में ससम्मान वापस करने के लिये पत्र
दिया। ज्ञात हो कि गत दिनों पंजाब के निहंग दल ने इन्दौर के एक सिन्धी सनातन मन्दिर में पहुंच कर सीधी श्री गुरु ग्रंथ साहिब की मर्यादा रखने की चेतावनी भी दे रहे हैं व सन्तों महन्तों की गद्दीयों को पाखण्डी बोल रहे हैं, मन्दिर में रखी मुर्तियों को बुत बताकर उन्हें हटाने के लिये कह रहें हैं व उनके अनुसार जहां भी श्री गुरू ग्रन्थ साहिब रखे हुए हैं व गुरूद्वारा होगा व वहां से सभी प्रकार की मूर्तियां हटाकर शर्तों व मर्यादाओं का पालन करें। यदि नहीं कर सकते तो श्री गुरू ग्रंथ साहिब वापस कर दें। इसी विषय में आज अजमेर जिले के श्री ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वरूपदास, श्री ईश्वर गोविन्द धाम के महन्त ईसरदास, श्री राम विश्व धाम के महन्त अर्जुनदास, श्री निर्मल धाम के सन्त आत्मदास, श्री माधव धाम के नारयणदास, किशनगढ़ श्री सत्गुरू बालकधाम उदासीन आश्रम सनातन मन्दिर के महन्त श्यामदास के प्रतिनिधी जनकदास उदासी व भारतीय सिन्धु सभा के संत सम्पर्क प्रमुख मोहन तुलसियानी, महानगर संगठनमंत्री मोहन कोटवानी, झूलेलाल मन्दिर वैशाली नगर के अध्यक्ष प्रकाश जेठरा, सिंधु समिति के नरेंन्द्र बसरानी व अजय नगर सिंधी समाज के शंकर सबनानी ने मिल कर गुरु सिंह सभा पहुंच कर गुरूद्वारा अध्यक्ष अमरजीत सिंह को श्री गुरू ग्रंथ साहिब वापस करने बाबत् पत्र दिया।