नया भारत//सितेश सिरदार✍️
प्रदेश सरकार गांव गांव विकास पहुंचाने के लाख दावे करे लेकिन हकीकत कुछ और ही है... उदयपुर जनपद पंचायत से महज 15 किलोमीटर अंबिकापुर–बिलासपुर मार्ग की दूरी पर बसा डांडगांव के महुवारी पारा। अब भी बुनियादी सुविधाएं के लिये बाट जोह रहा है ...इस मोहल्ले के ग्रामीण सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं.. ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि डांड गांव महुवारी पारा से कोटमी मार्ग तक सड़क पूरा जर्जर है एवं पुल नहीं बन पाने से बरसात के दिनों में बहुत जी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, ये तस्वीरें आधुनिक युग की हैं, कहते हैं गांव के विकास से देश का विकास सम्भव है.. विकास के नाम पर सता में आने वाले जनप्रतिनिधि को इस गांव की सुध ही नहीं है,डांडगांव के ग्रामीण बिगन दास, पुरुषोत्तम सिंह,मरकाम,सुखराम,नकुल सिंह मरकाम,बुदरू, रामकेश्वर , बुधन सिंह ने बताया कि तहसील एवं जनपद मुख्यालय जाने के लिए गांव से दो रास्ते हैं एक रास्ते में जनपद मुख्यालय तक पहुंचने में 16 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है और दूसरे रास्ते में 18 किलोमीटर का सफर तय करना दोनों के रास्ते खराब है जिससे है कि लोगों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है खराब रास्तों एवं महुवारी पारा और कोटमी मार्ग के बीच पुल न होने से इस गांव के अंदर में एंबुलेंस तक आना नहीं चाहते हैं यहां के ग्रामीण कहते हैं चुनाव के समय विकास का वादा करते हैं और जीतने के बाद विधायक सहित कई जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं,ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि ठेकेदार के द्वारा बड़ी ही लापरवाही किया गया महुवारी पारा में सड़क मे मुरूम बिछाया गया एवम हम ग्रामीण लोग कही कही पास अपने द्वारा पैसा लगाकर तो मुरूम बिछवाए है लेकिन आज तक पक्का रोड नही बन पाया है। इसके बाद ग्रामीणों के द्वारा यह बताया गया कि ठेकेदार ने हमे या आश्वासन दिया की दीपावली के बाद हम लोग काम चालू करवाएंगे लेकिन आज तक काम चालू नहीं हो पाया है। जिसे हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । डांडगांव का आश्रित पारा मोहल्ला महुवारी पारा में अधिकारी और जनप्रतिनिधि की उदासीनता के चलते मिट्टी(मुरूम) की सड़क आवागमन करने को मजबुर हैं...जिस पर बारिश के दिनों में चलना किसी चुनौती से कम नहीं है... गांव की हालत और ग्रामीणों की समस्या को लेकर ग्रामीणों के द्वारा बताया गया की हमारी समस्याओं को जल्द से जल्द पूरा करवाने का प्रयास किया जाए
सरपंच प्रतिनिधि के द्वारा फोन के माध्यम से बात करने पर बताया गया कि सरपंच के द्वारा या बोला गया की रोड तो नी बना है और हमे कोई ग्रामीण भी जानकारी नी दिए है,हम लोगो का टेंडर तो है ही नही ग्राम पंचायत का,और हम लोगो को टेंडर के बारे में पता नहीं है कौन लिया था टेंडर कौन क्या किया है। और अपने पास उसका रिकॉर्ड नहीं है ना उसका फाइल नहीं है या सरपंच के द्वारा बताया गया। यह सब ठेकेदार को पता होगा।