मणिपुर हिंसा पर हमारी चुप्पी कब टूटेगी ? : आप नेता समीर खान ?
जगदलपुर : मणिपुर में जारी हिंसा को लगभग एक साल हो गया है, लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। यह स्थिति न केवल राज्य के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद कर रही है, बल्कि पूरे देश के लिए शर्मनाक है।
आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है ?
क्या यह राज्य सरकार की नाकामी है, जो अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही ?
या केंद्र सरकार, जो इस समस्या को अनदेखा कर रही है और मणिपुर के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है ?
और सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस अराजकता का समाधान कभी होगा ?
हमारी मांगें :
1. तत्काल शांति प्रक्रिया: केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर हिंसा को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
2. जांच और जवाबदेही: इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाए, चाहे वे किसी भी पद पर हों।
3. स्थायी समाधान: मणिपुर में शांति और सद्भावना बहाल करने के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।
हमारी सरकारें, चाहे केंद्र हो या राज्य, मणिपुर के लोगों की जिंदगी और उनके भविष्य की रक्षा करने में विफल रही हैं। यह समय है कि हम सब मिलकर आवाज उठाएं। #SaveManipur #StopViolence #