ब्रिटेन। मासूम बच्ची 'पत्थर में बदलने लगी' है। पांच महीने की बच्ची ऐसी दुर्लभ बीमारी से जूझ रही है, जो लाखों में से किसी एक को होती है। जन्म के समय ये बच्ची अन्य सामान्य बच्चों की तरह ही थी, लेकिन Fibrodysplasia Ossificans Progressiva नाम की गंभीर बीमारी की चपेट में आने के बाद शरीर पथरीला होता जा रहा है। मासूम ऐसी बीमारी से जूझ रही है, जिसका इलाज नहीं है।
बच्ची का नाम लेक्सी रॉबिन्स है। वह किसी भी सामान्य बच्चे की तरह लगती है, हालांकि वह अपना अंगूठा नहीं हिला पाती और उसके पैर की उंगलियां भी बड़ी हैं। जन्म के कुछ माह उसके माता-पिता उसे डॉक्टरों के पास ले गए। उसकी जांच में पता चला कि वह सीमित जीवन की बीमारी 'फाइब्रोडिस्प्लासिया ओसिफिकंस प्रोग्रेसिवा (एफओपी) से पीड़ित है। 20 लाख लोगों में से एक को यह बीमारी होती है।
इसलिए कहलाता है पत्थर का शरीर
अप्रैल में किए गए उसके एक्स-रे से पता चला कि उसके पैरों में जुड़वां अंगूठे थे। एफओपी बीमारी के कारण कंकाल के बाहर हड्डियां बनने लगती हैं। इसके कारण मरीज चलने-फिरने लायक नहीं रहता। माना जाता है कि यह मांसपेशियों और संयोजी ऊतकों, यानी टेंडन और लिगामेंट्स को हड्डी में बदल देता है। इसलिए कहा जाता है कि 'पत्थर का शरीर है'।
20 साल बिस्तर पर और अधिकतम उम्र 40 साल
एफओपी के शिकार मरीजों का कोई इलाज नहीं है। ऐसे लोग 20 साल की उम्र तक बिस्तर पर लेटे रहते हैं। उनकी अधिकतम आयु 40 साल होती है। इस बीमार के शिकार लेक्सी हो या कोई और, वे मामूली झटका भी सहन नहीं कर सकते। गिरने की हालत में उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ जाती है। ऐसे मरीज बच्चों को भी जन्म नहीं दे सकते।