मिशन ग्राउंड में सवैधानिक मौलिक अधिकारों के हनन को लेकर मसीही समाज का सम्पन्न हुआ विशाल आमसभा
जगदलपुर : मसीह समाज के ऊपर हो रहे लगातार अत्याचार,उनके सवैधानिक मौलिक अधिकारों के निरंतर हनन ,गैर सवैधानिक ढंग से सरकार जिला प्रशासन द्वारा साम्प्रदायिक शक्तियों के प्रभाव में ब्लेस बस्तर महोत्सव के स्थगन आदेश के विरुद्ध एवं शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कब्रिस्तान की गंभीर माँग जैसे विषयों को लेकर आज 24 नवम्बर को दोपहर 4 बजे मिशन ग्राउंड में बस्तर के मसीह समाज विश्वासियों की विशाल आम सभा आयोजित किया गया एवं 7 सूत्रीय बिन्दुओ को लेकर समाज ने महामहिम,राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल,मुख्यमंत्री,के नाम अपना ज्ञापन भी सौपा है।
उक्त जानकारी देते हुए ब्लेस बस्तर के सलाहकार नवनीत चांद एवं मीडिया प्रभारी शेमियल नाथ, मसीह समाज की तरफ से करते हुए कहा है कि इस आम सभा मे समाज बेहतरी के लिए सभी पास्टर्स,मसीही लीडर,विश्वासीयों ने अपनी अनिवार्य उपस्थिति दी है इससे समाज मजबूत होता है।
जारी विज्ञप्ति में ब्लेस बस्तर के सलाहकार नवनीत एवं मीडिया प्रभारी शेमियल नाथ ने सयुंक्त बयान मे ने आगे कहा है कि आमसभा में सबकी व्यक्त उपस्थिति व सुझाव,राय से मसीही समाज ने उक्त गंभीर विषयों पर आगे की रणनीति तय किया है।
छत्तीसगढ़ राज्य के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति बस्तर में, लगातार मसीह समाज के मौलिक अधिकारों पर हो रहे अतिक्रमण, अत्याचार, धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक आर्टिकल 25से 29 के उल्लंघन,अंतिम संस्कार जैसे प्रक्रियाओं पर लगातार और असंवैधानिक रूप से प्रतिबंध, विश्वासियों से मारपीट, फसलों की लूटपाट, कब्रिस्तान आवंटन जबरन रोक, धार्मिक सभाओं पर प्रतिबंध, जैसी गंभीर घटनाओं पर ध्यान आकर्षण, अत्याचार पर रोक और न्याय संगत कार्यवाही समाज की मांग रही है जिस पर सभी ने अपनी बातों को रखा ।जारी विज्ञप्ति में
बस्तर संभाग के मसीह समाज द्वारा समाज हित में निम्नलिखित 7 बिंदुओं को सामने रख उस पर आम सभा मे गंभीर चर्चाये हुई एवं उक्त विषयसन्दर्भ में ज्ञापन भी सौपा गया है।
जो इस प्रकार है :--
(1) मसीह समाज द्वारा बस्तर में आयोजित, ब्लेस बस्तर महोत्सव को सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा पुनः अनुमति प्रदाय करने की मांग !
(2) मसीह समाज के संवैधानिक अधिकारों का,लगातार गैर संवैधानिक तरीके से हो रहे अतिक्रमण पर तत्काल रोक की मांग !
(3) बस्तर संभाग में मसीह समाज पर हो रहे अत्याचार जैसे फसल कटाई पर रोक, ग्राम पंचायत में कफन- दफन पर रोक, जबरन गैर संवैधानिक रूप से घर वापसी कार्यक्रम पर रोक एवं दोषियों पर कार्यवाही की मांग !
(4) बस्तर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में,मसीह विश्वासियों के अंतिम संस्कार हेतु कब्रिस्तान भूमि आवंटन एवं समाज की निजी जमीन पर कब्रिस्तान संचालन हेतु पंचायत की एन ओ सी की मांग !
(5) बस्तर संभाग में आदिवासियों के मौलिक अधिकारों, संस्कृति, विकास को संरक्षित करने हेतु, वर्तमान पांचवी अनुसूची के कानून को मजबूत करने एवं जरूरत के हिसाब से छठवीं अनुसूची को बस्तर मैं लागू करने एवं आवश्यकता अनुसार बस्तर के विकास हेतु पृथक बस्तर राज्य गठन की मांग !
(6) विगत 10 वर्ष से विभिन्न राज्यों के या देश से अवैधानिक रूप से बाहर से आए लोगों जो बस्तर में सांप्रदायिक परिस्थितियों उत्पन्न कर रहे हैं! , उनके बस्तर में व्यवसाय,खरीदी गई संपत्ति,आय के स्रोत ,निवास प्रमाण पत्र, मतदाता पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड के जांच की मांग !
(7) देश के सर्वोच्च न्यायालय या राज्य के उच्च न्यायालय की रिटायर्ड जजों की कमेटी बना, छत्तीसगढ़ सहित बस्तर संभाग में मसीह समाज पर लगातार हो रहे अत्याचार, मौलिक अधिकारों के हनन,मारपीट, लूटपाट जैसी घटनाओं पर जांच हेतु कार्यवाही बना दोषियों पर कार्यवाही की मांग । इस दौरान, ब्लेस बस्तर समित के संयोजक सुदेश जेकब, सचिव जितेंद्र फाउलर, शैलेंद्र शाह, नवनीत चाँद, कविता साहू, नेमिहा अब्राहम, नरेन्द्र भवानी, कमल कश्यप, रोतो नेताम, जॉन नाथ, पास्टर धोबी,पास्टर हारून, रोतो नेताम नरेंद्र भवानी अनिमेष दास जी कमल नाग जी हारून दास जी डेनियल कश्यप, सुजीत नाग, प्रमोद नाग, रोड्रिंक सोमा, निवेश, अभिषेक डेविड, महताब सिंग, सोनू नेताम रितेश दान बड़ी संख्या में मसीह समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे।