Chamomile Flower farming Business :
नया भारत डेस्क : सरकार के साथ कदम से कदम मिला कर आज किसान भी पारंपरिक खेती के साथ ही आमदनी दोगुनी करने के लिए नई तकनीक का सहारा ले रहे हैं। अगर बिजनेस के जरिए अपनी किस्तम के दरवाजे खोलना चाहते हैं तो आज हम आपको एक बेहतर बिजनेस आइडिया दे रहे हैं। यह एक ऐसा बिजनेस है। जिसे जादुई बिजनेस भी कह सकते हैं। यानी इसमें घाटा लगने के चांस बेहद कम है। हम बात कर रहे हैं जादुई फूलों की खेती के बारे में। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुंदेलखंड के किसान जादुई फूलों की खेती कर अपनी तकदीर बदल रहे हैं। किसानों का रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे जादूई फूल यानी कैमोमाइल फूल (Chamomile Flower) के नाम से जाना जाता है। इन फूलों से आयुर्वेदिक और होम्योपैथी दवाइयां बनाई जाती हैं। लिहाजा प्राइवेट कंपनियों में इन फूलों की बंपर डिमांड है। (Chamomile Flower farming Business)
कैमोमाइल (जादुई फूल) निकोटीन रहित होता है। यह पेट से जुड़ी बीमरियों के रामबाण है। इन फूलों का इस्तेमाल ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है। स्थानीय किसानों का कहना है कि जादुई फूलों की मांग आयुर्वेद कम्पनी में ज्यादा है। ऐसे में बहुत से लोग इस फूलों की खेती करने लगे हैं। (Chamomile Flower farming Business)
कैमोमाइल की खेती का तरीका (Method of cultivation of chamomile) :
कैमोमाइल की खेती के लिए आपको सबसे पहले अपने खेत में कल्टीवेटर की सहायता से 2 बार जुताई करें। एक बार सीधे और दूसरी बार आडे में जुताई करें। फिर रोटावेटर की सहायता से खेत की जुताई करें, ताकि मिट्टी के टुकड़े बारीक और भुरभुरी हो जाएं। इसके बाद बीज बुवाई के लिए 3 फीट चौड़ी और 1 फीट ऊंची बेड़ बनाएं. एक एकड़ खेत में लगभग 300 से 400 ग्राम तक बीज की जरूरत होती है। ध्यान रहे कि पौधों में 30 से 30 से.मी. की दूरी और 1 फीट की लाईन दूरी होनी चाहिए।
कैमोमाइल की अच्छी पैदावार के लिए एक एकड़ खेत में लगभग 500 किलोग्राम से 1 टन वर्मीकम्पोस्ट खाद डालें और साथ ही इसमें बोरान उर्वरक भी डालें। बीज बुवाई के बाद खेत में 10 से 20 दिन में एक बार सिंचाई करें। (Chamomile Flower farming Business)
कैमोमाइल फसल की पैदावार (chamomile crop yield) :
कैमोमाइल फसल की कटाई (Chamomile Harvest) फरवरी माह में रोपण के कम से कम 60 से 70 दिन बाद की जाती हैं। ग्रीष्म ऋतु से पहले इस फसल की कटाई पुरी हो जाती है। बता दें कि फूल आने के 15 से 20 दिनों के बाद ही फूलों की कटाई करें और फिर फूलों को करीब 3 से 4 दिन छाया में सुखाएं। (Chamomile Flower farming Business)
उत्पादन और कमाई :
बंजर जमीन पर भी जादुई फूल की बंपर पैदावार होती है। इन फूलों की खेती से किसान अपनी आर्थिक सेहत दुरुस्त कर सकते हैं। एक एकड़ जमीन में 5 क्विंटल जादुई फूल उग आते हैं। वहीं एक हेक्टेयर में करीब 12 क्विंटल तक जादुई फूलों की पैदावार हो जाती है। इसकी लागत करीब 10,000-12,000 रुपये आती है। लागत से इसमें 5-6 गुना मुनाफा हासिल कर सकते हैं। इसकी फसल 6 महीने में तैयार हो जाती है। यानी 6 महीने में किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। कुछ सालों तक इन फूलों की खेती करने से जल्द ही करोड़पति बन सकते हैं।
इन फूलों को सुखाकर इसकी चाय भी बनाकर पी जाती है। इसकी चाय से अल्सर और डायबिटीज जैसी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। वहीं स्किन रोगों में भी कैमोमाइल काफी फायदेमंद है। यह जलन, अनिद्रा, घबराहट और चिड़चिड़ापन के लिए बेहद फायदेमंद है। (Chamomile Flower farming Business)