अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी में चल रहे ऑपरेशन घर वापसी का पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने खुलकर विरोध किया है। सिंहदेव ने कहा कि, वे समय से पहले बागियों की वापसी के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि, मैं इसका पक्षधर कभी नहीं रहा कि, बाहर से आने वालों को कंधे पर या सिर पर बैठा लिया जाए। राजनीति में वन प्लस वन कभी नहीं होता। टीएस सिंहदेव ने कहा कि, अजीत जोगी और पूर्व सीएम रमन सिंह का अंदरूनी तालमेल था। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस में वापसी के लिए मिल रहे आवेदनों की समीक्षा के लिए कमेटी बनाई है। यह भी चर्चा है कि जेसीसी का विलय कांग्रेस में करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बागियों ने कांग्रेस में वापसी के लिए माफी भी मांग ली है। जेसीसी के प्रमुख नेता अमित जोगी और रेणु जोगी ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं से मुलाकात भी की है।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि, वापसी एक अलग बात है। उन्हें स्थान क्या दिया जाए यह अलग बात है। सोच समझकर वापसी होनी चाहिए। जिस क्षेत्र के वे हैं, वहां के नेताओं की सहमति होनी चाहिए। सहमति नहीं है, तो राजनीति में वन प्लस वन नहीं होता। माइनस भी हो जाता है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने पार्टी में वापसी चाहने वाले नेताओं पर फैसला लेने के लिए सात सदस्यीय कमेटी बनाई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के निर्देशन में यह कमेटी बनी है। यह कमेटी इस बात पर फैसला करेगी की किसे पार्टी में लेना है, किसे नहीं। इस कमेटी के बनने के बाद जनता कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने बैज को चिट्ठी लिखी है कि वो कांग्रेस में वापसी चाहते हैं।