जांजगीर चांपा। जिले से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। ठगी करने वाला शातिर कोई और नहीं बल्कि शिक्षक है। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि अब तक कई लोगों से फर्जीवाड़ा कर शिक्षक ने ठगी की थी। शिक्षक का नाम मनमोहन सिंह है। शिक्षक मनमोहन अभी न्यू चंदनिया पारा व पूर्व माध्यमिक शाला में पदस्थ थे। जानकारी के मुताबिक 2019 में हुई भर्ती के दौरान युवक और युवती को नौकरी लगाने का उन्होंने झांसा दिया था।
आरोपी ने नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों से 3 लाख रुपए लिये थे। लेकिन, ना तो नौकरी लगायी और ना ही पैसे को ही वापस किया। जिसके बाद परेशान होकर युवक ने चार साल बाद शिक्षक मनमोहन सिंह गोंड के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
शिकायत के मुताबिक जांजगीर चांपा जिले में छत्तीसगढ़ शिक्षक एवं प्रयोगशाला सहायक पद पर वर्ष 2019 में नौकरी लगाने के नाम पर सुलोचना बंजारे और कृष्ण कश्यप से तीन लाख रुपये की ठगी के आरोपी शिक्षक मनमोहन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। कोरबा की रहने वाली सुलोचना बंजारे ने मामला दर्ज कराया था। छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी एवं प्रयोगशाला सहायक पद पर वर्ष 2019 में वैकेंसी में फॉर्म भरा था। इस बीच रिश्तेदार के माध्यम से मनमोहन सिंह से जान पहचान हुई, जोकि पुटपुरा के शासकीय मिडिल स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं।
मनमोहन सिंह ने नौकरी के लिए पांच से छह लाख रुपये लगने की बात कही और अपने घर न्यू चंदनिया पारा जांजगीर बुलाया था। इस बीच 14 अक्टूबर 2019 को पति उनके चाचा के साथ पहुंचे हुए थे। मनमोहन ने कहा कि रिजल्ट आने वाला है। जल्दी से पैसे दोगे तो लिस्ट में नाम आने की बात कही। जिसपर विश्वास में 1.50 लाख रुपए नगदी रकम दी। वहीं नेहरू नगर बालकों का रहने वाल कृष्णा कश्यप ने भी 1.50 लाख रुपये दिए थे।
जिसके बाद नंबर कम आने पर नाम नहीं आया था तब ठगी होने का एहसास होने पर पैसे की मांग करने पर टाल-मटोल जवाब दिया करता था। सिटी कोतवाली थाने में धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मनमोहन सिंह को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर रकम लेने की बात स्वीकार की। वहीं 45 हजार रुपये फोन के माध्यम से लौटने की बात स्वीकार की है। जिसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।