धमतरी जिला हाथियों को भाने लगा है। पिछले कुछ महीनों से चंदा हाथियों के दल के अलावा अन्य गजराज दल भी समय-समय पर पहुंच रहे हैं। चंदा हाथी का दल धमतरी से आगे बढ़कर बालोद, कांकेर जिले में विचरण कर रहा है। नगरी क्षेत्र में भी कुछ समय पहले 25 हाथियों का दल पहुंचा था। अभी फिर से गरियाबंद क्षेत्र से केरेगांव रेंज होते हुए धमतरी रेंज के डुबान क्षेत्र में 3 दतैल हाथियों का दल पहुंचा हुआ है। जिससे लोगों में खौफ है...
सिलतरा पहुंचे तीनों हाथी....वन परिक्षेत्र अधिकारी महादेव कन्नौजे ने बताया कि केरेगांव रेंज की ओर तीनों हाथी जा रहे थे। शनिवार सुबह वापस लौट गए हैं। जिन्हें सिलतरा में देखा गया है। ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना किया गया है। वन विभाग की टीम लगातार चौकसी कर रही है...
एहतियात के तौर पर स्कूलों को बंद किया गया है.…
अरौद क्षेत्र में हाथियों के आने कीऊ वजह से अरौद ग्राम पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत 9 गांव के प्रायमरी और 4 मिडिल स्कूल कोऊ एहतियात के तौर पर बंद रखा गया है जिसमें उरपुटी, कांदरी, सिलतरा, बरबांधा, पटौद, अरौद, पहरियाकोना, पटेलबुड़ा शामिल हैं बीईओ डीआर गजेन्द्र ने बताया कि वन विभाग की सूचना पर एहतियात के तौर पर इन स्कूलों को बंद रखा गया है।
अरौद के ग्रामीणों की नींद उड़ी
अरौद निवासी कासिम रिजवी ने एमटीआई को बताया कि शुक्रवार रात 10-11 बजे तीनों हाथी अरौद पहुंच गए थे। उनके घर तक तीनों हाथी पहुंचे थे। नारियल पेड़ के अलावा कुछ फसल को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों से बचने के लिए सभी ग्रामीणों ने यथासंभव घर के छत में पहुंचकर अपनी जान बचाई। इस दौरान रात भर रतजगा करना पड़ा।