बिलासपुर//मल्हार स्थित बद्री प्रसाद देवांगन मध्य नगरीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बीते दिनों साइबर की पाठशाला का आयोजन किया गया जहाँ मल्हार चौकी पुलिस नें शामिल होकर बच्चों कों साइबर ठगी से बचने के उपाय बताये और अनजान नम्बरो और लिंक से छेड़ छाड़ ना करने की सलाह दिया गया आपको बताते चले कि साइबर स्पेस के बढ़ते उपयोग ने हमें साइबर क्राइम के खतरों के प्रति सुभेद्य बना दिया है । हमारे द्वारा डिजिटल जीवन के प्रबंधन में मामूली चूक व लापरवाही साइबर अपराधियों के लिए दरवाजे खोल सकती है और इससे हमें वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा का नुकसान, मानसिक उत्पीड़न इत्यादि हो सकता है। साइबर सुरक्षा जागरूकता का मतलब यह है कि साइबर सुरक्षा के बारे में उपयोगकर्ताओं को कितना पता है कि उनके नेटवर्क को खतरा है और वे जो जोखिम पेश करते हैं। अंतिम उपयोगकर्ताओं को एक नेटवर्क के भीतर सबसे कमजोर लिंक और प्राथमिक भेद्यता माना जाता है। संगठन अपने नेटवर्क को बाहरी खतरों से बचाने और कमजोरियों को कम करने के लिए धन आवंटित करते हैं। अंत उपयोगकर्ता होने के नाते एक बड़ी भेद्यता है, सुरक्षा में सुधार करने के लिए तकनीकी साधन पर्याप्त नहीं हैं संगठनों को साइबर सुरक्षा की व्यक्तिगत जागरूकता के लिए प्रशिक्षण भी देना चाहिए। उन्हें वर्तमान खतरों पर कर्मचारियों को शिक्षित करना चाहिए और उनसे कैसे बचना चाहिए।