विश्व युद्ध हो जाएगा अगर तेज नशे में किसी भी देश का जिम्मेदार बटन दबा दिया तो सोचो क्या हाल होगा - सन्त उमाकान्त महाराज
खराब समय चारों तरफ से आ रहा, भक्त प्रहलाद की तरह भक्ति की शक्ति से लोगों को बचाने की जरूरत है
उज्जैन (म. प्र) : पूरे समर्थ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज ने अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि प्रेमियो ! करनी और कथनी में फर्क नहीं होना चाहिए। आप करके देखो, आपकी बातों का बहुत असर पड़ेगा। लोगों को समझने, बताने का अभी कुछ समय है। आप अगर नहीं बता पाओगे तो जिसका देश, दुनिया है, जिसने यह परिवर्तनशील संसार बना दिया है, वह परिवर्तन करेगा, समझाएगा।
लोग समझाने बताने से शाकाहारी नशामुक्त नहीं बने तो विकराल रूप लेगा
जब लोग समझाने से नहीं मानेंगे तब वह अपना विकराल रूप लेगा। रावण को, राक्षसों को, कौरवों को थप्पड़ मार करके राम-कृष्ण ने समझाया था। तो उसमें बहुत लोग (दुनिया से) चले जाएंगे। थोड़ा ही समय है। धीरे-धीरे समय और खराब आता जा रहा है। आपके लिए भी ये खराब समय आएगा। कोई भी खराब समय आता तो सबके लिए आता है। कमजोर पर असर ज्यादा आता है। बड़ा ही खराब माहौल बनता चला जा रहा है। कब कहां क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।
इस समय भारतीय संस्कृति का गला घोटा जा रहा
विदेशों में आपस में मन-मुटाव बढ़ता चला जा रहा है, प्रेम वाली बात खत्म होती चली जा रही है। इसका मुख्य कारण है कि गलत खान-पान (मांसाहार) और चरित्रहीनता को लोगों ने फैशन बना दिया। अब चाहे पुरुष हो या स्त्री हो, अपने पति/पत्नी के साथ रहना पसंद नहीं करते, दूर के ढोल सुहावने, जैसे कहा जाता है। यह सब भारतीय संस्कृति का गला घोटना हो रहा है।
बटन दबा और दस-बीस हजार किमी के दायरे में देश ख़त्म
जिसने बगीचा लगाया है, उसका बगीचा उजड़ेगा, उसके नियम को जब कोई तोड़ेगा तो सजा देगा कि नहीं? देगा। संबंध विदेश के एक-दूसरे से खराब होते चले जा रहे हैं। भारत की बात छोड़ो, अन्य देशों में विकास की अपेक्षा विनाश वाली स्थित बढ़ रही। ऐसे उपकरण, हथियार लोगों ने तैयार कर लिए कि यहां बटन दबावे तो 10-20 हजार किलोमीटर दूर देश खत्म हो जाए। विकास के कम और विनाश का काम ज्यादा किया। जिस दिन तेज नशे में कोई जिम्मेदार बटन को दबा दिया तो क्या हाल होगा? जब एक के ऊपर गोला बम राकेट गिरेगा तो जैसे कोई किसी को 1-2- 4 थप्पड़ मारेगा, नहीं कुछ मारेगा तो गाली गलौज देगा तो उससे (दुसरा) रिएक्शन में आएगा तो वह भी एक तो मारेगा। तो मोटी बात समझो, कोई किसी को मारेगा, एक-दूसरे को मारेगा तो विश्व युद्ध हो जाएगा कि नहीं? विश्व युद्ध की स्थिति बन जाएगी कि नहीं? मान-सम्मान और एक दूसरों का अपना बनाने के चक्कर में, एक-दूसरे पर चढ़ाई जब करेंगे तो क्या हाल होगा, सोचो आप।
जैसे उठते भूरे बादल में पानी निश्चित गिरता है, ऐसे ये तेज गर्मी, ओला पत्थर पानी कुदरती कहर आने के संकेत
बीमारियां आने को जैसे मैंने बताया, काला बादल में तो नहीं लेकिन भूरा बादल जब नीचे से ऊपर बढ़ता है, तो पानी लाता ही लाता है। ऐसे ही लक्षण सब दिखाई पड़ रहे हैं। यह देखो गर्मी, तापमान बढ़ता चला जा रहा है। अब पानी बरसेगा, ओला पत्थर गिरेगा, अतिवृष्टि होगी, यह सब लक्षण है। ऐसे भी छोड़ो, आप लक्षण के हिसाब से देखो, जिसको वैज्ञानिक लोग शोध करके अब बताने लगेंगे, खराब समय चारों तरफ से आ रहा है। लेकिन अब बचना भी है और बचाना भी है। आज प्रहलाद का नाम है। अत्याचार का अंत, भक्त की रक्षा और न्याय, सत्य की जीत हुई थी। प्रहलाद में अगर शक्ति न होती तो कैसे बचते? भक्ति की शक्ति से ऐसे ही बचने और बचाने की जरूरत है।