NBL, 29/07/2024, Lokeshwar Prasad Verma Raipur CG: Those who post obscene photos, videos and reels on social media platforms, are they doing the right thing? Isn't it having a bad impact on society? पढ़े विस्तार से....
आजकल सोशल मिडिया के प्लेटफार्म यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक और अन्य पर फोटो वीडियो और रील बनाकर पोस्ट करने वाले लोग अपने फॉलोअर्स दिखाकर पोर्टल न्यूज़ चैनल और अखबारों का मजाक उड़ाते हैं और उन्हें कमजोर साबित करते हैं, कहते हैं कि देखो मेरे कितने फॉलोअर्स हैं। क्या देश के कानून के पास इसे रोकने का कोई उपाय नही है?यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो, वीडियो और रील पोस्ट करने वाले लोग अपने फॉलोअर्स के आधार पर कानून के दायरे मे रहने वाले खबरों के सभी प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले न्यूज चैनल, पोर्टल न्यूज और देश के रजिस्टर्ड अखबारों का मजाक उड़ाते हैं और अपने फॉलोअर्स को दिखाकर कहते हैं कि देखो न्यूज चैनल वालों हमें इतने लोग फॉलो करते हैं और तुम्हारे न्यूज चैनल और अखबार वालों को कितने लोग फॉलो करते हैं और तुम्हारे कितने फॉलोअर्स हैं और देखो मेरे इतने फॉलोअर्स हैं जबकि न्यूज चैनल और अखबार देश और दुनिया की खबरें दिखाते हैं और देश के संविधान में न्यूज चैनल और अखबारों को चौथे स्तंभ का दर्जा प्राप्त है लेकिन यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो, वीडियो और रील पोस्ट करने वालों का देश के संविधान में कौन सा स्थान प्राप्त है?
इस तरफ देश की सरकार और देश के संविधान कानून को ध्यान देने की जरूरत है ताकि देश और दुनिया की खबरें दिखाने और प्रकाशित करने वाले न्यूज संगठन को सोशल मिडिया प्लेटफार्म यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो, वीडियो और रील पोस्ट करने वाले लोग चुनौती न दे सकें, देश के संविधान कानून में उनका क्या अस्तित्व है तो ही उन्हें बोलने का अधिकार है? जबकि आज यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फोटो, वीडियो और रील बनाकर लोग अश्लील और असामाजिक पोस्ट फैला रहे हैं, जिसका समाज पर बुरा असर पड़ रहा है, क्या इसे रोकने के लिए देश के संविधान में कोई कानून है? और क्या सरकार इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकती है? यह भी देश हित के लिए बहुत जरूरी है।
हम इस बात की निंदा नहीं करते कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खराब हैं, यह प्लेटफॉर्म देश के हर वर्ग के लिए अच्छा है, लेकिन इस प्लेटफॉर्म पर जो धंधा चल रहा है कि कैसे दुनिया के लोगों के जरिए दुनिया के लोगों को बर्बाद किया जाए, यह प्लेटफॉर्म लोगों को ऐसे घिनौने काम करने के लिए बहला रहा है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है, इस प्लेटफॉर्म पर दुनिया के हर असभ्य दृश्य को विश्व समाज में बेखौफ फैलाया जा रहा है, कुछ भी परोसा जा रहा है जिसका दुनिया के लोगों के किसी काम का नहीं है और न ही दुनिया के लोगों को कोई खास फायदा होगा, जैसे अपने शरीर के अश्लील वीडियो बनाना और पोस्ट करना, अश्लील भाषा में बोलना, अश्लील वेशभूषा पहनकर वीडियो बनाना और अश्लिल भाषा में पोस्ट करना और भी कई तरह से वीडियो बनाकर इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर परोसना, क्या यह सभ्य समाज के लिए सही है? क्या यह आपके बच्चों के लिए सही है?
नाजुक दिमाग के बच्चे क्या वह अश्लील वीडियो या भाषा नहीं देख रहे हैं जो आप देख रहे हैं और क्या इसका आपके बच्चों पर बुरा असर नहीं पड़ेगा? क्या यह आपका टाइमपास का माध्यम है? क्या आपको ऐसे वीडियो देखना पसंद है जो आप अपने परिवार के साथ बैठकर नहीं देख सकते? तो क्या आप देश की सरकार या कोर्ट में हस्तक्षेप करके ऐसे लोगों को नहीं रोक सकते जो इस तरह की अश्लील वीडियो या भाषा पोस्ट कर रहे हैं, क्या ये आपकी जिम्मेदारी नहीं है, अगर नहीं तो आने वाले समय में आप अपने बच्चों से सम्मान पाने का अधिकार खो देंगे और ये भारत में तेजी से फैल रहा है, आने वाले समय में भारत में भी असभ्यता हावी हो जाएगी, मां, बाप, बहन, बेटी, बहू, बेटा हर कोई आपको डांटेगा आपके सम्मान करना भूल जायेंगे, क्योंकि हम खुद ही सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म के जरिए एक असभ्य समाज का निर्माण कर रहे हैं।
यह कैसी आधुनिकता है जो मानव समाज के विकास की जगह विनाश की जड़ों को मजबूत कर रही है, ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म दुनिया के लोगों को धीरे-धीरे एक धीमे जहर की तरह बर्बाद कर रहे हैं, इनका असामाजिक जहर मानव समाज में फैल रहा है, न तो आपके बच्चे ठीक से पढ़ाई कर पाएंगे, न आपकी पत्नी आपके लिए स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन बना पाएगी, न ही आपके परिवार के हर सदस्य में शारीरिक और मानसिक ताकत होगी, वे छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाएंगे और मरने-मारने को तैयार हो जाएंगे। आपकी बातों को वे नजरअंदाज कर देंगे।
हो सकता है कि आप रक्तचाप के रोगी हों और आपके सीने में अचानक दर्द हो और आप व्याकुल हों और आप अपने परिवार के सदस्यों से मदद मांग रहे हों और कोई भी आपकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा हो और हर कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो, रील या पोस्ट देख रहा हो और बच्चे गेम खेल रहे हों और आपके परिवार में हर कोई मोबाइल चलाने में व्यस्त हो, तो उस समय आप रक्तचाप के रोगी क्या कर सकते हैं, बिना मदद के आपका मरना तय है, यह सोशल मीडिया कई विकार पैदा कर रहा है, जैसे रील वीडियो बनाते समय मौत हो जाना। इसे गले मत लगाओ और भी बहुत से कारण हैं जो मानव जीवन को बर्बाद करने में लगे हुए हैं। क्या यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंटरनेट सेवा प्रदाताओं की गहरी साजिश है जो अपनी कमाई के लिए दुनिया में बेतरतीब वीडियो, रील पोस्ट को बढ़ावा दे रहे हैं लालच देकर मानव समाज को और मानव जीवन को बर्बाद कर रहे हैं? जरा सोचिए, यह कोई छोटी बात नहीं है, यह बहुत बड़ी बात है। एकांत में सोचें कि क्या इस लेख में जो घटना हम पढ़ रहे हैं, क्या वह हमारे साथ भी हो सकती है?
हमारे आदर्श महापुरुषों ने, हमारे आदर्श बुजुर्गों ने हमें एक बात सिखाई है, जैसा खाओगे अन्न वैसा होगा मन, जैसी होगी संगति, वैसा होगा रंग और यह बिल्कुल सत्य है कि हम दुनिया के लोग इस सोशल मीडिया के अनेक प्लेटफार्म से जुड़ चुके हैं और यह प्रेम ऐसा रंग ले चुका है कि इसे उतार पाना बहुत मुश्किल है, जिसे भी देखो उनके हाथ में महंगे और सस्ते इंटरनेट से चलने वाले मोबाइल फोन ही नजर आएंगे, दुनिया के लोग अपने दूसरे काम भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं और इन दूसरे कामों को न करने की वजह से उनके जीवन का आर्थिक विकास लगभग रुक सा गया है, क्योंकि हम अपना कीमती समय अपने मोबाइल फोन को दे रहे हैं और बेकार की वीडियो, रील, पोस्ट देख और पढ़ रहे हैं जो न तो हमारी जिंदगी बदल सकती है और न ही हमें आर्थिक विकास की ओर ले जा सकती है।
देश और दुनिया में ऐसा भयंकर संकट आने वाला है, क्योंकि हम शारीरिक, मानसिक और अपनी बौद्धिक क्षमता खो देंगे और वास्तविक जीवन को छोड़कर हम नकल की दुनिया में जीने लगेंगे, हम इसे भौतिक स्तर पर अपने फायदे के लिए लागू नहीं कर पाएंगे क्योंकि हम आलसी और निकम्मे व नकलची होते जा रहे हैं और सोशल मीडिया के ये अनेक प्लेटफार्म हमारे काम नहीं आ रहे हैं। ये एक टाइम पास बन गए हैं, जितना ज्यादा समय आप मोबाइल पर बिताएंगे उतना ही आपके जीवन का आर्थिक विकास कम होगा और आप भविष्य में अपने उन सभी सपनों को पूरा नहीं कर पाएंगे, जिन्हें आपको समय रहते कर लेना चाहिए और जो भविष्य में आपके काम आएंगे, सोशल मीडिया के ये अनेक प्लेटफॉर्म आपको विकास की ओर नहीं बल्कि विनाश की ओर धकेलेंगे, ये आपकी बुरी आदत है, समय रहते संभल जाएं वरना इसका दर्द सहन करना आपके लिए असहनीय हो जाएगा।
सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से दुनिया के देशों में गरीबी आएगी, महंगाई बढ़ेगी और बेरोजगारी के साथ-साथ सुरक्षा में भी कमी आएगी, लोग आपस में लड़ेंगे, छीना-झपटी बढ़ेगी, क्योंकि यह सोशल मीडिया सभी का दिमाग खराब कर देगा और वे अच्छे और बुरे परिणामों को भूल जाएंगे, एक दूसरे के बीच आपसी नाराजगी बढ़ेगी, क्योंकि यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आपको गुरु ज्ञान दे रहा है, अच्छे और सामाजिक ज्ञान की तुलना में अश्लील असामाजिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार को अधिक महत्व दिया जा रहा है, जैसे एक नशेड़ी को ड्रग्स की जरूरत होती है, वैसे ही दुनिया के लोग इस सोशल मीडिया के नशे की आदी हो गए हैं।