Earthquake orgy in 4 countries: More than 3000 deaths, hospital-school and many multi-storey buildings collapsed
डेस्क न्यूज़। भूकंप ने चार देशों में तबाही मचा दी है। अबतक कि जानकारी के मुताबिक तुर्की, सीरिया, लेबनान और इजराइल में भूकंप से क़रीब 300से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है। सिर्फ तुर्की में ही 2000 की मौत और सीरिया में 1000 लोगों की जान गई है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक- तुर्किये और सीरिया में अब तक 3000 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 5,380 से ज्यादा लोग घायल हो गए है। भूकंप में 2818 इमारतें जमींदोज हो गईं। मलबे के भीतर से अब तक 2470 लोगों को बचाया गया है।
भूकंप तुर्की में 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद से सबसे शक्तिशाली माना जाता है, जो 1939 में पूर्वी एरजि़नकन प्रांत में आया था, जिसमें 33,000 लोग मारे गए थे। तुर्की के उप-राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि अब तक 1,700 से ज्यादा इमारतें तहस-नहस हो गई हैं। सोमवार को आए भीषण भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में तबाही का मंजर है। भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। सबसे ज्यादा तबाही दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में मचाई है।
इधर, प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने अहम बैठक बुलाई। बैठक में तय हुआ है कि सर्च और रेस्क्यू अभियान के लिए एनडीआरएफ और मेडिकल टीम तुर्की भेजी जाएंगी। इसके साथ राहत सामग्री भी जल्द से जल्द टुर्की के लिए रवाना की जाएगी। एनडीआरएफ की दो टीमों में 100 जवान होंगे। इनमें डॉग स्क्वायड भी शामिल हैं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को सीरिया और तुर्की को 7.8 तीव्रता के एक बड़े भूकंप के बाद मदद की पेशकश की है। जिसमें दोनों देशों में 640 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों घायल हुए हैं। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ रूस की करीबी है और वहां रूस की सेना की तगड़ी मौजूदगी है। पुतिन के तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोवन के साथ भी मजबूत संबंध हैं।