WHO statement on covid 19 In the middle of the fourth wave! Due to this the rapidly increasing infection
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। एशिया और यूरोप के कई देशों में कोरोना की चौथी लहर तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा है कि 'हम अंधे हैं, जो यह नहीं देख पा रहे हैं कि कैसे कोरोना के टेस्ट कम होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। उन्होंने सभी देशों से कोविड-19 संक्रमणों पर नजर बनाए रखने का आग्रह भी किया है।
डब्ल्यूएचओ चीफ ने कह कि कई देशों में कोरोना की जांच का काम बंद हो गया है और संगठन को वायरस के ट्रांसमिशन और सिक्वेंसिंग के बारे में बहुत कम जानकारी मिल रही है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है इसे देशों को लेकर लापरवाही बंद कर देनी चाहिए। वायरस को बिल्कुल भी हल्के में न लें क्योंकि इसे नजरअंदाज करने से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।(WHO statement on covid 19 In the middle of the fourth wave! Due to this the rapidly increasing infection)
इधर डब्ल्यूएचओ की तकनीकी प्रमुख मारिया वैन कारखेव ने कहा है कि मौजूदा समय में कोरोना वायरस काचिंता का विषय बना हुआ है, जो नए मामले बढ़ने का प्रमुख कारण है। हालांकि इसके कुछ सबवेरिएंट भी उभर रहे हैं और अगर वेरिएंट चिंता का कारण बा सकता है।
कोरोना को हल्के में लेना पड़ेगा भारी
डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा है कि कई देश कोरोना को हल्के में ले रहे हैं और उन्होंने टेस्टिंग बंद कर दी है। हम अंधे हो गए हैं, जो यह नहीं देख पा रहे हैं कि टेस्टिंग कम होने से वायरस तेजी से फैल रहा है। महामारी को हल्के में न लें वरना आगे चलकर बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।(WHO statement on covid 19 In the middle of the fourth wave! Due to this the rapidly increasing infection)
ओमीक्रोन मचा रहा है तबाही
डब्ल्यूएचओ द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में संगठन के एक मेंबर विलियम रोड्रिग्ज ने कहा है कि पिछले चार महीनों में कोरोना के ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। यह वेरिएंट पूरी दुनिया में नए मामलों की वृद्धि का कारण बना है।
टेस्टिंग में आई 90% की कमी
उन्होंने बताया कि दुनियाभर में परीक्षण दरों में 70 से 90 प्रतिशत की गिरावट आई है। टेस्टिंग कम होने की वजह से हम यह नहीं समझ पा रहे हैं कि क्या हो रहा है। ध्यान रहे है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए टेस्टिंग जरूरी है और इस तरह आंख बंद करने से आगे चलकर खतरा पैदा हो सकता है।
अगला वेरिएंट हो सकता है 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न'
इधर डब्ल्यूएचओ की तकनीकी प्रमुख मारिया वैन कारखेव ने कहा है कि कोरोना का अगला वेरिएंट कैसे होगा, यह हमारे लिए चिंता का एक महत्वपूर्ण कारण बना हुआ है और हमें इसे लेकर योजना बनाने की आवश्यकता है। फिलहाल ओमीक्रोन दुनियाभर में चिंता का विषय बना हुआ है और संगठन इसके सबवेरिएंट्स जैसे बीए.4, बीए.5, बीए.2.12.1 पर नजर रखे हुए है।(WHO statement on covid 19 In the middle of the fourth wave! Due to this the rapidly increasing infection)