छत्तीसगढ़

विजयादशमी पर्व पर संघ के शताब्दी वर्ष में लखनपुर में निकला भव्य पथ संचलन- शस्त्र पूजन, समाज जागरण के संकल्प और पुष्पवर्षा से गूंजा लखनपुर नगर।


((नया भारत सितेश सिरदार लखनपुर)):–
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के शताब्दी वर्ष 2025 के पावन अवसर पर लखनपुर संघ इकाई द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विजयादशमी उत्सव अत्यंत उल्लास और गरिमामय वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नगर के सामुदायिक भवन में हुई, जहां संघ पदाधिकारियों, स्वयंसेवकों एवं आमजनों ने एकत्र होकर पारंपरिक रूप से शस्त्र पूजन किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मध्य क्षेत्र प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर सिदार ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में संघ की पाँच महत्वपूर्ण विचारधाराओं — सामाजिक परिवर्तन, सामाजिक समरसता, आत्म जागरण, कुटुम्ब प्रबोधन और पर्यावरण संरक्षण — को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, “आज देश को तन, मन और आत्मा से समर्पित सच्चे स्वयंसेवकों की अत्यंत आवश्यकता है। जातिवाद और सामाजिक विषमताओं को भुलाकर हम सबको राष्ट्रहित में एकजुट होना होगा, तभी हमारा भविष्य सुरक्षित रहेगा।”
नगर में गूंजे कदमताल, पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत
शस्त्र पूजन उपरांत संघ के स्वयंसेवकों, पदाधिकारियों, प्रबुद्धजनों एवं अनुसांगिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पूर्ण गणवेश में दंड लेकर अनुशासित पंक्तियों में कदमताल करते हुए नगर में पथ संचलन किया। लखनपुर की गलियों और मुख्य मार्गों से गुजरते हुए यह संचलन नगरवासियों के लिए एक प्रेरणा का दृश्य बन गया। जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का भव्य स्वागत किया।
नगर भ्रमण के दौरान स्वयंसेवकों की अनुशासित प्रस्तुति और देशभक्ति से ओतप्रोत वातावरण ने पूरे नगर को एकता, समरसता और राष्ट्रभक्ति के भाव से भर दिया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रही उल्लेखनीय
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के केबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल, वरिष्ठ संघ पदाधिकारी एल.पी. सिसोदिया, बृजेन्द्र पांडेय, सुरेन्द्र साहू, राजेन्द्र अग्रवाल, यतेन्द्र पांडेय, प्रदीप गुप्ता, दिनेश बारी, सचिन अग्रवाल, रवि भूषण पांडेय, हरविंदर अग्रवाल, हरि साहू, रवि महंत, विक्रम सिंह, कामेश्वर रजवाड़े सहित बड़ी संख्या में गणमान्यजन एवं संघ के समर्पित स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
व्यवस्था रही चाक-चौबंद
पथ संचलन एवं विजयादशमी उत्सव के दौरान नगर की शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस बल चौराहों पर तैनात रहा, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हो सका।
संघ का संदेश – ‘एकात्मता ही शक्ति है’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस आयोजन ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया कि राष्ट्र की सुरक्षा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक जागरूकता में संघ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। विजयादशमी पर्व न केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, बल्कि यह आत्मबल, अनुशासन और संगठन की भावना को भी सुदृढ़ करता है।

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