छत्तीसगढ़

बाॅंकीमोंगरा की 02 बेटियों ने बढ़ाया जिले सहित राज्य का मान,थाईलैंड में होने वाले कार्यक्रम में हुआ दोनों का चयन,देखे पूरी जानकारी…

नयाभारत कोरबा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अखिल भारतीय संसकूरुतिक संघ पुणे द्वारा पुणे में 21वीं कला प्रदर्शन मंच का आयोजन 21 मई 2025 से 01 जून 2025 में पुणे में किया गया है, जिसमें अलग अलग कलाओं में कुल लगभग 4000 प्रतिभागियों ने भाग लिया है।

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बाॅंकीमोंगरा से कथक नृत्य में अलग अलग उम्र की श्रेणियों में 02 बच्ची पायल चंद्रा ने ओपन में और ताश्वी दुबे ने माइनर में अपना 3 स्थान बनाया,जिससे कि पूरा नगर गौरवान्वित हुआ है। दोनों ने अपने अपने श्रेणियों में 03 स्थान प्राप्त किया है।

मूलतः बाॅंकीमोंगरा की रहने वाली दोनों बच्चियों ने अपने गुरु जानो,माता पिता सहित पूरे नगर का नाम रोशन किया है।

दोनों बच्चियों का परिचय

पायल चंद्रा माता श्रीमती माला पटेल स्वास्थ विभाग में पदस्थ है,पायल को बचपन से ही कथक नृत्य में रुचि थी,विगत 05 वर्षों से पायल ने कथक नृत्य की पढ़ाई प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से बाल्को निवासी गुरु मोर्ध्वज वैष्णव के मार्गदर्शन में कर रही है। पायल कथक नृत्य में 03 वर्ष की ग्रेजुएशन पूरी कर चुकी है,वर्तमान में कथक नृत्य की 02 वर्षीय विसारत की पढाई कर रही है और आगे भी पढ़ाई पूरी करेंगी बताया।

ताश्वी दुबे 09 वर्षीय बच्ची के पिता युगल किशोर दुबे दंत चिकित्सक है,ताश्वी को भी बचपन से कथक में रुचि है वर्तमान में डी.पी.एस NTPC में पढ़ाई कर रही है साथ में कथक भी सिख रही है।

दोनों बच्चियों के गुरु है मोर्ध्वज वैष्णव

पायल और ताश्वी दोनों के कथक के गुरु बाल्को निवासी मोर्ध्वज वैष्णव है,कथक गुरु के रूप में गुरु वैष्णव की अपनी अलग पहचान है,अनेक शिष्यों ने कथक इनसे सीखा है,साथ ही गुरु मोर्ध्वज वैष्णव का नाम रोशन भी किया है,अनेक स्थानों में होने वाले कथक नृत्य प्रतियोगिता में इनके शिष्यों ने भाग लिया है साथ ही विजेता भी रहे है।

बुराफा विश्वविद्यालय थाईलैंड में होने वाले कार्यक्रम में हुआ दोनों का चयन

25 से 29 अक्टूबर 2025 में आगामी कार्यक्रम थाईलैंड के पटाया के बुराफा विश्वविद्यालय में आयोजित किया जायेगा जिसमें पायल और ताश्वी दोनों का चयन हुआ है,दोनों अपनी कला का प्रदर्शन विदेश में करेंगे ।

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