03 राज्य,13 जिलो से कुल 85 लोगों को श्याम की टोली छ.ग के द्वारा कराया गया राधा रानी,बाबा श्याम के दर्शन,अनोखी रहीं यात्रा पढ़े पूरी ख़बर….
A total of 85 people from 03 states, 13 districts were taken for darshan of Radha Rani, Baba Shyam by Shyam's group of Chhattisgarh, the journey was unique, read the full news....
नयाभारत कोरबा ज्यादा से ज्यादा श्याम प्रेमियों को श्याम बाबा के दरबार तक ले जाया जा सके इसका प्रयास श्याम की टोली छ.ग के द्वारा विगत 03 वर्षों से किया जा रहा हैं।
श्याम की टोली द्वारा आयोजित की जाने वाली विशाल धार्मिक यात्रा मुख्य रूप से रेल मार्ग से कराई जाती हैं,इसी तारतम्य में टोली द्वारा इस वर्ष 04th विशाल धार्मिक यात्रा 01 जुलाई 25 से 08 जुलाई 2025 तक कि आयोजित की गई थी,प्रेमियों के आने जाने रहने खाने की पूरी व्यवस्था समिति द्वारा की गई थी,यहाँ बताना लाज़मी होगा कि श्याम की टोली के लगभग 02 माह के अथक प्रयास से यहाँ विशाल यात्रा सम्भव हुआ।
यात्रा में मध्यप्रदेश,ओडिशा,झारखंड सहित छ.ग राज्य से कोरबा,रायपुर,बिलासपुर,जांजगीर-चम्पा,रायगढ़,शक्ति,दुर्ग,सूरजपुर सहित अन्य जगहों से कुल 85 प्रेमियों ने भाग लिया साथ ही आप को ये भी बता दे 85 श्याम प्रेमियों में से 45 श्याम प्रेमी ऐसे थे जिनकी बाबा के दरबार में पहली बार हाजरी लगी।
यात्रा प्रारंभ 01 जुलाई की दोपहर 02 बजे उसलापूर स्टेशन से हमसफ़र ट्रेन से हुई, प्रेमियों द्वारा ट्रेन में बाबा का भव्य दरबार सजा कर रात्रि में बाबा को रिझाने के लिये कीर्तन का आनंद लिया गया!
श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत 08 दिवसीय यात्रा का शुभारंभ भक्तों ने वृंदावन की रसमयी गलियों से किया। पहले 03 दिनो तक भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाभूमियों — वृंदावन, बरसाना, गोकुल, एवं मथुरा में दर्शन कर भक्ति रस में सराबोर अनुभव किया।
इसके उपरांत यात्रा मेहंदीपुर बालाजी के पावन दर्शन हेतु अग्रसर हुई, जहाँ बालाजी महाराज के चरणों में विशेष हनुमान चालीसा पाठ एवं पूजन हुआ।
तत्पश्चात सभी श्रद्धालु खाटू नगरी आए, रिंग्स पहुँच श्याम प्रेमियों ने बाबा का निशान उठा रिंग्स से खाटू 18 किलोमीटर की पदयात्रा कर श्याम बाबा को निशान अर्पण किया,पदयात्रा के दौरान बरसात ना रूकने के कारण रास्ते में कठिनाइयाँ भी आई,लेकिन बाबा के प्रति प्रेमियों का विश्वास और प्रेम से सभी श्याम प्रेमी आगे बढ़ते चलें गये और बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई ।
जहाँ बाबा श्याम के दरबार में भजन, संकीर्तन और रात्रिकालीन जागरण का दिव्य आयोजन हुआ। भक्तों ने बाबा श्याम के दरबार में अपने मन की बातें रखीं और नयनाभिराम दर्शन का सौभाग्य पाया।
पदयात्रा के लिये गाजे बाजे की भी प्रबंधन समिति द्वारा की गई थी, जिसमें की सभी श्याम प्रेमी झूमते गाते 18 किलोमीटर की दूरी महज 05 घंटे में ही पूरा किए।
प्रत्येक श्याम प्रेमियों ने बाबा के दर्शन किए और अपने एवं अपने परिवार के लिए मनोकामनाए माँगी, ग्यारस में सभी श्याम प्रेमी ने बाबा को कीर्तन करके रिझाया!
भक्तिमय यात्रा यहीं नहीं रुकी — इसके बाद सभी श्रद्धालु पुष्कर में ब्रह्मा जी के दुर्लभ मंदिर और अजमेर पहुँचे, जहाँ एकता और प्रेम का संदेश और भी प्रबल हुआ।
अंततः यह पावन यात्रा बिलासपुर पहुँचकर स्नेह, भक्ति और सौहार्द के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।
यह यात्रा न केवल तीर्थ दर्शन का माध्यम रही, बल्कि आत्मिक शांति, समर्पण और भक्तिभाव का अमूल्य अनुभव भी बनी।
07 जुलाई को प्रेमियों की वापसी हुई। सभी श्याम प्रेमियों को यात्रा अत्यंत आनंदमय लगा, अनेक श्याम प्रेमियों ने अगले यात्रा के लिए अभी से ही अपना नाम समिति की दे दिया एवं समिति की भरपूर तारीफ़ की गई। यहां बताना लाजमी होगा कि इस सफल आयोजन के लिए समिति के रितेश अग्रवाल एवं अमन गोयल ने विगत 02 महीने से जी तोड़ प्रयास किया था।