छत्तीसगढ़

CG – छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले इस स्कूल को डीईओ ने जारी किया नोटिस, दो दिन में मांगा जवाब, जाने क्या है पूरा मामला……

आरंग। छात्रों और उनके पालकों को गुमराह करने वाले KPS स्कूल को डीईओ ने नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब मांगा है। दरअसल गुरुवार को कृष्णा पब्लिक स्कूल आरंग में अध्ययनरत बच्चों के पालकों ने KPS प्रबंधन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा मचाया था। मामले में संज्ञान लेकर जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल ने KPS स्कूल आरंग के प्रबंधक, अध्यक्ष और प्राचार्य को नोटिस जारी कर दो दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।

आपको बता दें कि कृष्णा पब्लिक स्कूल (KPS) ने कक्षा 05वीं और 08वीं के छात्रों के भविष्य को अधर में लटका दिया है। पूरे सत्र सीबीएसई पैटर्न से बच्चों की पढ़ाई कराने के बाद अब स्कूल प्रबंधन सीजी बोर्ड से बच्चों की परीक्षा ले रही। बोर्ड परीक्षा के 01 माह पहले स्कूल प्रबंधन ने इसकी जानकारी पालकों को दी, जिससे पालकों में खासी नाराजगी देखी जा रही है। पालक स्कूल प्रबंधन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए शासन प्रशासन से न्याय की मांग कर रहे हैं।

दरअसल कृष्णा पब्लिक स्कूल ने बच्चों के एडमिशन के समय पालकों को स्कूल के सीबीएसई होने की जानकारी दी और बच्चों का एडमिशन लिया, लेकिन अब पालकों को जानकारी दी गई कि कक्षा 05वीं और 08वीं की परीक्षा सीजी बोर्ड के अनुसार होगा। पूरे सत्र सीबीएसई पैटर्न में पढ़ाई करने के बाद अचानक सीजी बोर्ड से परीक्षा देने के फैसले से हैरान पालक स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया।

केपीएस स्कूल आरंग में सरकारी कर्मचारी, सीआरपीएफ जवान सहित क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों के बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं। पालकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों के एडमिशन के समय स्कूल को सीबीएसई बताया गया और सीबीएसई पैटर्न से बच्चों की पढ़ाई होती रही। पिछले दिनों प्रदेश में कक्षा पांचवी और आठवीं की परीक्षा सीजी बोर्ड द्वारा कराए जाने के कैबिनेट में फैसले के बाद स्कूल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ गई। आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन ने पालकों की बैठक बुलाई और बच्चों की पांचवीं -आठवीं की परीक्षा सीजी बोर्ड से होने की जानकारी दी।

KPS में CRPF जवानों के करीब 40 बच्चे कर रहे पढ़ाई

आरंग के कृष्णा पब्लिक स्कूल में कक्षा नर्सरी से आठवीं तक लगभग 250 बच्चे पढ़ाई कर रहे। सीआरपीएफ जवानों के लगभग 40 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। सीआरपीएफ जवानों का कहना है कि उनकी ड्यूटी देश के लगभग सभी जगहों में होता है। सीबीएसई बोर्ड के कारण बच्चे कही भी आसानी से पढ़ सकते हैं, लेकिन अब सीजी बोर्ड से परीक्षा दिलाना बच्चों के लिए मुश्किल हो जाएगा। इसके अलावा दूसरे राज्यों में मान्यता को लेकर संशय है।

Related Articles

Back to top button