केंवटाडीह टांगर में सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी का हाल बेहाल समय से पहले हो जा रहें बंद क्या बोलें इस लापरवाही पर बी ई ओ जानें पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र में कुछ स्कूलों के प्रधान पाठक और हेड मास्टरो ने मिलकर शिक्षा का मजाक बना दिया अक्सर यह मामला मस्तूरी ब्लाक के अंतिम छोर में बसे गांव के कुछ स्कूलों में ही देखने को मिलता है जहां शिक्षक ना कभी टाइम पर आ रहे हैं और ना ही कभी टाइम पर जा रहे हैं यह हम नहीं कह रहे हैं स्कूलों में लटकते तालें इस बात की गवाही दे रही है दरअसल गर्मी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है की सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक स्कूल खोला जाएगा और बच्चों को पढ़ाया जाएगा पर आज हम मस्तूरी विकासखंड के मल्हार के नीचे बसे ग्राम पंचायत केवटाडीह टांगर सुबह 10 बज कर 31 मिनट में पहुंचे जहां एक ही प्रांगण में मिडिल स्कूल प्राइमरी स्कूल और आंगनवाड़ी तीनों संचालित होती है पर मिडिल स्कूल और प्राइमरी स्कूल में ताला लटका हुआ मिला आंगनबाड़ी खुला हुआ जरूर मिला पर यहां भी ना ही बच्चे मिले और ना ही कार्यकर्ता हेड मास्टर कृष्ण कुमार साहू से जब हमने फ़ोन पर स्कूल समय से पहले बंद होने की बात पूछा तो उन्होंने कहा कि वह स्कूल के डाक संबंधी कार्य के लिए बाहर गए हैं वहीं जब हमने अन्य शिक्षकों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बाकी सारे शिक्षकों का मूल्यांकन में ड्यूटी लगा हैं वही जब हमने मिडिल स्कूल में प्रधान पाठक जगरानी कुजूर कों कॉल किया तो उन्होंने कॉल रिसीव ही नहीं किया ऐसे में सरकार चाहे कितना भी करोड़ों रुपए खर्च कर ले बच्चों के भविष्य बनाने के लिए पर सरकारी स्कूलों के जब तक जिम्मेदार ही नहीं सुधरेंगे तो बच्चों का भविष्य कैसे सवार सकते हैं जब शिक्षक ही स्कूल में टाइम नहीं दे पा रहे हैं तो बच्चे कैसे शिक्षा प्राप्त करेंगे कौन पढ़ायेगा और कैसे सरकारी स्कूल का हाल सुधरेगा।
इस बारे में हमने मस्तूरी बी ई ओ ईश्वर प्रसाद सोनवानी से बात किया तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो निश्चित रूप से शिक्षकों की गलती है इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा जवाब संतोष जनक नहीं मिला तो निलंबन की कार्यवाही भी की जाएगी,
ईश्वर प्रसाद सोनवानी
बी ई ओ मस्तूरी
मुझे गांव वालों से लगातार स्कूल के विषय में शिकायत मिल रही ना शिक्षक टाइम पर आ रहे हैं और ना जा रहें हैं जिसके कारण सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पालकों की चिंता बढ़ गई है मैंने मीटिंग बुलाई है मीटिंग बुलाकर सबको समझाऊंगा की ऐसी लापरवाही ना करें
भोला राम साहू
सरपंच केंवटाडीह टांगर
क्या कहते हैं गाँव वाले…
ग्रामीण बताते हैं की यहाँ दोनों स्कूल और आँगनबाड़ी का हाल बेहाल हैं ये समस्या लगातार चल ही रही हैं यहाँ के लोंग सीधे साधे हैं इस लिए शिकायत नहीं करते जिसका फायदा दोनों स्कूल के शिक्षक और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उठाते हैं इन पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए जिससे इनकी लापरवाही पूरी तरह से बंद हो जाए।