छत्तीसगढ़

कौन हैँ पटवारी राजीव टोंड्रे जिनके जानें के बाद भी नहीं ख़तम हो रही इनकी चर्चा पचपेड़ी तहसील के दर्जनों एकड़ सरकारी जमीन से जुड़ा हैँ मामला जानें पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर//पचपेड़ी तहसील क्षेत्र में तकरीबन एक महीना पहले गिधपुरी निवासी द्वारका प्रसाद पटेल और कौशल पटेल ने बिलासपुर कलेक्टर से शिकायत किया था कि सरकारी जमीन को तत्कालीन पटवारी राजीव टोंड्रे के मिली भगत से कई लोगो के नाम चढ़ाया गया जिसमे गिधपुरी सरपंच बालाराम जांगड़े भी शामिल हैँ और इन्ही पर आरोप हैँ की इन्होने पटवारी राजीव टोंड्रे से रिस्तेदारी का फायदा उठाते हुए सरकारी जमीन का बंदरबाँट किया और सरपंच के करीबियों के नाम चढ़ा दिया इसी तरह पचपेड़ी तहसील के ही कुकुर्दीकेरा के आश्रित ग्राम हरदी में लोहर्सी निवासी शुभमणि रात्रे के नाम तक़रीबन 14 एकड़ सरकारी जमीन कों हसतांत्रित करने का आरोप हैँ इसमें भी तत्कालीन पटवारी राजीव टोंड्रे की मिलीभगत हैँ जिसके लिए तहसीलदार प्रकाश साहू नें एफ आई आर कराने की बात कही हैँ।

क्यों नहीं होता इस पटवारी पर कार्यवाही?

बताया जाता है कि पटवारी राजीव टोंड्रे के खिलाफ जो भी अधिकारी कर्मचारी एक्शन लेने का प्रयास करते हैं उन पर ऊपर से दबाव बनाया जाता है जिसके कारण वह अभी तक बचे हुए हैं इनके खिलाफ कई अनगिनत मामले हैं जहां इन्होंने सरकारी जमीनों को अपने रिश्तेदार को चढ़ा दिया है बात करें गिधपुरी की तो बताया जाता है गिधपुरी में भी कई एकड़ सरकारी जमीन को इन्हीं की मदद से बालाराम जांगड़े सरपंच गिधपुरी के रिश्तेदारों गरीबियों के नाम में इन्हीं के सहयोग से चढ़ाया गया है वहीं बहतरा में भी इन्हीं के सहयोग से सरकारी जमीन को एक व्यक्ति के नाम चढ़ाया गया है हरदी में भी इन्हीं के सहयोग से 14 एकड़ सरकारी जमीन को प्राइवेट बना कर किसी अन्य के नाम चढ़ा दिया गया है पर मजाल है कि कोई अधिकारी उनके खिलाफ एक्शन ले लें बताया जाता हैँ कि इन्होंने अपना आनन फानन में ट्रांसफर बिल्हा ब्लॉक में करा लिया है पर उनके काले कारनामे आज भी मस्तूरी तहसील ऑफिस और पचपेड़ी तहसील ऑफिस में चर्चा का विषय बना हुआ है और इन पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना ही सरकार कर रही हैँ और ना ही उच्च अधिकारी जिसके वजह से इनके हौसले बुलंद है देखना होगा कब शासन प्रशासन गहरी नींद से जागती हैँ और कब इनकी लीला का अंत होता हैँ।

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