CG – अंग्रेज़ो ने भारत के लोगों को कमजोर करने के लिए नशे की लत लगाई – बाबा उमाकान्त महाराज

अंग्रेज़ो ने भारत के लोगों को कमजोर करने के लिए नशे की लत लगाई – बाबा उमाकान्त महाराज
देश की तरक़्क़ी के लिए लोगों को विचार करने की ज़रूरत है
उज्जैन। परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने उज्जैन आश्रम पर सतसंग सुनाते हुए बताया कि भारत में अंग्रेज़ व्यापार करने के लिए आए थे लेकिन जब उन्होंने देखा कि भारत के लोग बहुत मेहनती, धार्मिक प्रवृत्ति के, उसूल के पक्के हैं तब उनको भारत देश पर हुकूमत करने की लालच आ गई। उनका इरादा यह हो गया कि जहाँ-जहाँ हमारा राज है, हम इन मेहनतकश लोगों से फायदा ले लेंगे।
इसके लिए सबसे पहले ढूंढा कि लोगों को किस चीज की आदत डालें। जैसे कि किसी को खाने, घूमने, अच्छा पहनने आदि की आदत पड़ जाती है तो आदमी उस आदत का गुलाम, व्यसनी हो जाता है। अंग्रेजों ने लत डाली और वैसी चीजों को लेकर आये। चाय यहां कोई नहीं पीता था। चाय को अंग्रेज भारत में लाए थे। बड़े-बड़े टैंक में बनाकर चौराहों पर फ्री पिलाते थे। लगातार दो-चार दिन जब लोग पी लेते थे तब अंग्रेज एक पुड़िया पकड़ा देते थे कि घर ले जाओ, जैसे हम बनाते हैं, ऐसे ही बना लेना।
भारतीय परंपराओं पर आघात किया अंग्रेजो ने
एक बार जब एक अंग्रेज खेत में घूमता हुआ गया वहाँ किसान खेत में जुताई कर रहा था। उसकी औरत मटके में पानी, चार मोटी-मोटी तवा भर आकार की रोटियां और साग ले आई। किसान ने हाथ-पैर-मुंह धोया। भारतीय परम्परा के अनुसार अंग्रेज को भी एक रोटी और उसके ऊपर साग रख करके दिया। अंग्रेज नहीं समझा क्योंकि दोनों एक-दूसरे की बोली नहीं समझते थे। अंग्रेज देखता रहा कि यह क्या करता है। किसान ने अपनी रोटियों पर साग रखा, पहले साग थोड़ा टेस्ट किया। तो अंग्रेज ने साग खा लिया और रोटी वापस देते हुए बोला टेक योअर प्लेट यानी अपना यह बर्तन वापस ले लो। अंग्रेज रोटी को प्लेट समझा। लेकिन जब उसने देखा कि किसान तो प्लेट भी खाता चला जा रहा है, इतना खा गया। तब सोचा सबसे पहले इनकी खुराक को खत्म करना होगा। कमजोर होंगे, थकेंगे तब ही इनसे हम जीत पाएंगे। तब लोगों को कमजोर बनाने के लिए तरह-तरह की चीजें यहाँ लाने लग गए।
भारत देश के नौजवानों में शहीदों जैसा खून है
भारत के नौजवानों में भी भगत सिंह, चंद्रशेखर, अशफ़ाक उल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी जैसे शहीदों की तरह का खून है। जिन्होंने अन्याय को बर्दाश्त न करके अंग्रेज़ों के खिलाफ आवाज़ उठाई थी। एक बूंद भी शहीदों का खून जहाँ गिरा वहाँ से लाखों-लाख लोगों के जज़्बात पैदा हो गए। उन वीरों के वंशजों को इस समय तरह-तरह की चीजों को परोस करके कमजोर किया जा रहा है। किससे ? यूट्यूब, गूगल, तरह-तरह से सिनेमा में, अन्य साधनों से, उनके चरित्र को गिरा करके, उनके खान-पान को खराब करके, उनकी ताकत को खत्म किया जा रहा है। प्रचार कर देते हैं कि अंडा खाओ, ताकत बढ़ेगी। अंडा क्या करता है? गर्मी पैदा करता है। अंडे खाने से नौजवानों की शक्ति क्षीण हो रही है, जवानी की ताकत खत्म हो रही है।
नशे की प्रवृत्ति पर रोक लगाना होगा
तमाम अपराध नशे की वजह से हो रहे हैं। फांसी लोग लगा रहे हैं। औरतें अपराध की प्रवृत्ति में फंसी जा रही हैं। जिस देश की देवियां शराब पीने लग जाए, उस देश का क्या हाल होगा? भारत जैसे धर्म परायण देश में ऐसी हालत हो रही है। भविष्य क्या होगा? इस पर आप लोगों को विचार करने की, सोचने की जरूरत है। बहुत प्रयास करो, बहुत अच्छे कपड़े पहना दो, अच्छे मकान में रख दो, बहुत तरक्की करा दो लेकिन नशे के कारण शरीर में ताकत ही न रहे, बुद्धि ही न काम करे, जो चीज़ शरीर की शक्ति, बुद्धि और चेहरे के तेज को प्रखर करती है, वही इनके अंदर न रह जाए तो सोचो क्या आप आगे बढ़ सकते हो? आप तरक्की नहीं कर सकते हो।