छत्तीसगढ़ के दुर्ग-भिलाई में कल होगी ‘मॉक ड्रिल’, बजेगा सायरन, गाइडलाइन जारी…

CG News: पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों को सबक सिखाने वाली संभावित कार्रवाई और उसके बाद की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी तेज हो गई है। गृह मंत्रालय ने दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों को 7 मई को व्यापक नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि विदेशी हमले की स्थिति में आपातकालीन तैयारी को परखा और सुदृढ़ किया जा सके। यह अभ्यास देशभर में चिह्नित 244 ‘नागरिक सुरक्षा जिलों’ में आयोजित होंगे। सूची में दुर्ग-भिलाई शहर को भी शामिल किया गया है।
CG News: मॉक ड्रिल को लेकर पूरी रूपरेखा तैयार
प्रदेश के सिर्फ एक शहर भिलाई में सायरन बजेगा और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ‘मॉक ड्रिल’ किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल को लेकर मंगलवार को सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक मीटिंग भी हुई। जिसमें मॉक ड्रिल को लेकर पूरी रूपरेखा तैयार की गई। वहीं सभी कलेक्टर और एसपी को जानकारी शेयर की जाएगी।
*देश के समग्र नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने और संवेदनशील परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 7 मई 2025 को एक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह अभ्यास देश के 244 नागरिक सुरक्षा जिलों में आयोजित होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला को एक प्रमुख अभ्यास स्थल के रूप में चुना गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं कि केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का राज्य में पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यह मॉकड्रिल न केवल नागरिक सुरक्षा की तैयारियों की परख का अवसर है, बल्कि जनता को जागरूक करने का भी एक सशक्त माध्यम है। इसके अंतर्गत नागरिकों, छात्रों व स्वयंसेवकों को आपातकालीन सुरक्षा प्रशिक्षण, नागरिक सुरक्षा सेवाओं – अग्निशमन, बचाव, वार्डन डिपो की कार्यशीलता का परीक्षण, दुर्घटना की स्थिति में निकासी योजनाओं की प्रभावशीलता का मूल्यांकन, सेना और नागरिक सुरक्षा का समन्वय आदि विषयों पर अभ्यास किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान द्वारा सीमा पर सीजफायर उल्लंघन के मद्देनज़र देशभर में सतर्कता बढ़ाई गई है। भारतीय सेना के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के भिलाई में विशेष रूप से ब्लैकआउट मॉकड्रिल आयोजित की जाएगी। इस दौरान नागरिकों को अंधेरे में व्यवहार, सुरक्षात्मक उपाय और अलर्टनेस बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मॉकड्रिल में जिला प्रशासन, नागरिक सुरक्षा विभाग, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, स्कूल-कॉलेज के छात्र, स्वयंसेवी संगठन एवं स्थानीय नागरिकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे इस राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और समयबद्ध व उसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
उप मुख्यमंत्री साव ने कहा- भारत सरकार ने कड़े निर्णय लिए हैं..
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मॉक ड्रिल के संबंध में बयान जारी करते हुए कहा कि पहलगाम घटना के बाद भारत सरकार ने कड़े निर्णय लिए हैं। केंद्र सरकार सभी संभावित खतरों को ध्यान में रखकर आवश्यक तैयारियां कर रही है। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार केंद्र के निर्देशों का पूरी तरह पालन करेगी और मॉक ड्रिल के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
ये 10 तरह के अभ्यास
हवाई हमले की चेतावनी सायरनों का संचालन किया जाएगा। विद्यार्थियों को नागरिक सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। तत्काल ब्लैकआउट का अभ्यास। महत्त्वपूर्ण ढांचों को छिपाना।
निकासी योजना का पूर्वाभ्यास। वायु सेना के साथ हॉटलाइन/ रेडियो संचार लिंक का संचालन। वार्डन-अग्निशमन सहित नागरिक सुरक्षा सेवाओं की सक्रियता जांचना। नियंत्रण-छाया नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण करना। बंकरों-खाइयों की सफाई करना।
नागरिक सुरक्षा योजनाओं को rअपडेट करना एवं उनका पूर्वाभ्यास देश में पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी। तब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। यह मॉक ड्रिल युद्ध के दौरान हुई थी। हालांकि रविवार-सोमवार रात पंजाब के फिरोजपुर छावनी में ब्लैकआउट प्रैक्टिस की गई। इस दौरान गांवों और मोहल्लों में रात 9 बजे से 9:30 बजे तक बिजली बंद रही।