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ऑपरेशन सिंदूर की सफलता , पाकिस्तान की हार और भारत के विजय गान के पीछे का ज्योतिष पक्ष जानते है डॉ सुमित्रा से…

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता , पाकिस्तान की हार और भारत के विजय गान के पीछे का ज्योतिष पक्ष जानते है डॉ सुमित्रा से

डॉ सुमित्रा अग्रवाल
सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री
कोलकाता
यूट्यूब वास्तुसुमित्रा

कोलकाता। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के चलते दोनों देशों ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें हवाई सेवाओं का निलंबन, जल आपूर्ति पर प्रतिबंध और व्यापारिक संबंधों का स्थगन शामिल है।​

भारत का २०२५ में जो ग्रहो का गोचर है, वह साफ दिखाता है कि भारत अब “नीतियों में कठोरता” और “स्वावलंबन” के मार्ग पर है।

शनि का १०वें भाव से गोचर सख्त फैसलों का संकेत देता है – जैसे जल नीति बदलना, हवाई क्षेत्र रोकना, और व्यापार स्थगित करना।

पाकिस्तान में २०२५ का समय राजनीतिक अस्थिरता, अंतर्राष्ट्रीय अलगाव, और सत्ता परिवर्तन के संकेत दे रहा है।

यह समय पाकिस्तान को मजबूर कर सकता है कि वह खुद गलत कदम उठाए , जिसका भारत रणनीतिक लाभ उठा सकता है।

भारत के ये कठोर फैसले ज्योतिष के अनुसार समयोचित हैं और इसमें राष्ट्र को दीर्घकालिक लाभ मिलने के संकेत हैं।

पाकिस्तान की कुंडली भीतर से कमजोर और नीतिगत भ्रम में उलझी दिखती है।

आगामी महीनों में जल कूटनीति और सीमा नीति भारत के लिए निर्णायक होंगी।

क्या युद्ध होगा ? :

पूर्ण पैमाने पर युद्ध का योग नहीं, सीमित सैन्य कार्रवाई या सर्जिकल-प्रकार की प्रतिक्रियाओं की प्रबल संभावना (जून-अक्टूबर २०२५ )

पाकिस्तान क्या कर सकता है ? :

संभव है कि पाकिस्तान उकसावे या सीमा घुसपैठ करे, पर ऐसा करने से उनको हानि होगी।

भारत तेज और स्मार्ट प्रतिक्रिया से विजयी रहेगा।

पाकिस्तान के लिए २०२५ :

अत्यधिक अस्थिर अवधि :

राजनीतिक असुरक्षा और आर्थिक पतन दिख रहा है।

सैन्य आक्रमण और प्रतिक्रिया झेलना होगा पाकिस्तान को साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष संकट में आएगा।

पाकिस्तान की कुंडली बता रही है :

बलूचिस्तान, पीओके और जनजातीय इलाकों में अलग-अलग बलो का जोर बढ़ेगा।

सेना और राजनीतिक नेतृत्व में दरार पड़ेगी।

सट्टा पलट या आपातकालीन नियम का प्रबल योग बन रहा है।

भारत के लिए २०२५ का समय (ज्योतिष के आधार पर):

सकारात्मक (शुभ योग) :

बृहस्पति मेष राशि में गोचर:

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनयिक और रणनीतिक लाभ।

शनि कर्म स्थल में :

सरकार और सेना की मजबूत नीति निर्धारण, निर्णय संचालित नेतृत्व।

मंगल और गुरु का योग :

साहसिक और त्वरित सैन्य कार्रवाई की संभावनाएं।

भारत को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है :

राहु-केतु अक्ष सीमाओं पर अशांति बढ़ सकता है।

मंगल-शनि युति मई–अगस्त २०२५ के बीच तनाव को बढ़ती है।

राहु मीन राशि में – जल सीमा या हवाई क्षेत्र से अप्रत्याशित उकसावे की कार्रवाई हो सकती है।

कुल मिला के भारत का सौर्य बढ़ेगा और पाकिस्तान को बड़े नुकसान का सामना करना होगा। विनाश काले विपरीत बुद्धि। बुद्धि भ्रस्ट होने के कारण पाकिस्तान का पहलगाम कांड उनके इतिहास में उनके नुकशान का विशेष कारण बनेगा।

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