छत्तीसगढ़

CG – पंचायत सचिव, रोजगार सहायक व तत्कालीन सरपंच, उपसरपंच की मिलीभगत से लाखों रुपए का भ्रष्ट्राचार ग्रामीणों ने लिखित शिकायत देकर की उचित जांच व कार्रवाई की मांग जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर

कोरबा/कटघोरा//ग्राम चाकाबुड़ा के सचिव, रोजगार सहायक एवं तत्कालीन सरपंच व उपसरपंच के आपसी मिलीभगत से भ्रष्ट्राचार की सारी पराकाष्ठाएं पार करने की यहां के नवनिर्वाचित सरपंच, उपसरपंच, पंचों सहित लगभग 4 दर्जन ग्रामीणों द्वारा हस्ताक्षरमय शिकायत की गई है। जिस शिकायत के आधार पर गठित टीम गांव पहुँचकर जांच किये जाने की जानकारी प्राप्त हुई है।

कटघोरा जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत चाकाबुड़ा के सचिव रजनी प्रधान, रोजगार सहायिका अंजू सिदार, तत्कालीन सरपंच व उपसरपंच के सांठगांठ से बुनियादी विकास और निर्माण कार्य के नाम पर लाखों का भ्रष्ट्राचार किये जाने का आरोप लगाकर नवनिर्वाचित सरपंच उमाबाई, उपसरपंच कृष्णकला, पंचों समेलाल यादव, राजकुमारी भार्गव, गौरीशंकर, ललिता मरकाम, चमेली सरुता, गीता सिदार, प्रतिमा सिदार, संजय मरकाम के साथ लगभग 4 दर्जन ग्रामीणों के संयुक्त हस्ताक्षर से 16 बिंदु की शिकायत गत 23 अप्रैल 2025 को कलेक्टर से की गई है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि जिम्मेदारों के आपसी मिलीभगत से मनरेगा में गत 5 वर्षों से संचालित समस्त कार्यों में निजी व्यक्तियों को लाभ पहुँचाते हुए लाखों का वारा न्यारा किया गया। अपात्र निजी व्यक्तियों को कई एकड़ भूमि पट्टा का लाभ दिलाया गया, जबकि वास्तविक पात्र लोग इसके लाभ से वंचित है। प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों से हजारों की उगाही की गई। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत स्वीकृत शौचालयों का हितग्राहियों के घरों पर बिना निर्माण कराए लाखों रुपए का आहरण कर लिया गया। मेन रोड से कदम चौंक तक सीसी रोड का घटिया निर्माण कराया गया जो एक माह भी नही टिका। शोभित पटेल घर से स्कूल पुलिया तक नाली निर्माण कराए बगैर 2.50 लाख का गबन कल लिया गया। ग्राम के हेण्डपम्पों में लगे सबमर्सिबल पंप, सिन्टेक्स को निजी बताकर निकलवा लिया गया। ग्राम में अनेको शासकीय भवनों का निर्माण आधा- अधूरा कराया गया है। ग्रामसभा में ग्रामीणों द्वारा पंचायत आय- व्यय की जानकारी चाहने पर सचिव के द्वारा पूछने का अधिकार नही है कहकर अभद्रता से पेश आती है। मुक्तिधाम की जमीन का अवैध कब्जा कर निजी व्यक्तियों को पट्टा का लाभ दिलाया। नया सोसायटी गोदाम भवन को तालाब के नए मिट्टी से निर्माण करवाया जा रहा जो तकनीकी रूप से सही नही। पूर्व में आयोजित ग्राम सभा मे फर्जी हस्ताक्षर कराकर निजी व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ दिलाया गया। पशु औषधालय के आवासीय परिसर भूमि को निजी लोगो के पास बिक्री किया गया। हितग्राहियों के घर कोठा- कोटना का गुणवत्ताहीन निर्माण कराया गया। सचिव ने अपना पद अनुचित ढंग से प्राप्त किया है, क्योंकि पूर्व में पाली ब्लाक के बुड़बुड़ स्कूल में शिक्षाकर्मी के रूप में चयनित होने बाद जांच में फर्जी पाए जाने पर उसे बर्खास्त किया गया है। सचिव के पास आय से अधिक संपत्ति जो भ्रष्ट्राचार कर अर्जित किया गया है। पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों द्वारा मिलकर किये गए निम्न बिंदुओं की शिकायत के आधार पर अधिकारियों की टीम जांच के लिए गांव पहुँचने की बात कही जा रही है। मामले में अपेक्षित जांच व कार्रवाई की जाएगी अथवा कार्रवाई के नाम पर महज कोरम पूरा किया जाएगा? दूसरी ओर शिकायतकर्ता ग्रामीणों द्वारा सही जांच और कार्रवाई नही होने की दिशा में उच्च स्तर पर शिकायत करने की बात कही है। पेयजल व्यवस्था, नाली, सीसी रोड निर्माण व मरम्मत कार्य के नाम पर जमकर वारा- न्यारा चाकाबुड़ा की सचिव,रोजगार सहायक, तत्कालीन सरपंच, उपसरपंच के इस चौकड़ी खेल में जमकर खेला हुआ है। इस पंचायत में पेयजल व्यवस्था, नाली, सीसी रोड निर्माण व सबमर्सिबल पंप, हेण्डपम्प और शासकीय भवन मरम्मत कार्यों के नाम पर मूलभूत योजना, 14वें वित्त, 15वें वित्त आयोग की राशि मे मनमाना भ्रष्ट्राचार को अंजाम देते हुए धरातल पर नाम मात्र का व सारे काम कागजों में कराकर जनता के पैसे का बेखौफ वारा न्यारा किया गया है। यदि गत 5 वर्षों में मूलभूत, 14वें, 15वें वित्त मद से कराए गए कार्यों की भौतिक जांच की जाए तो सभी कारनामे खुलकर सामने आ सकते है।

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