मस्तूरी बना भ्र्ष्टाचार का गढ़ क्या बोलें सी ई ओ अकोला बहतरा अब देवगांव से आवास प्लस सर्वे और जियो टेक के नाम पर जमकर वसूली शिकायत जाँच कार्रवाई?
बिलासपुर// बिलासपुर जिले का जनपद पंचायत मस्तूरी घोटालो का गढ़ बनते जा रहा है इसको जनपद पंचायत मस्तूरी में बैठे उच्च अधिकारियों की कमजोरी ही कह सकते हैं जो अपने नीचे के कर्मचारियों को ईमानदारी से काम करने के लिए प्रेरित नहीं कर पा रहे हैं और राज्य और केंद्र की प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में भी घूसखोरी हो रही हैँ पहले अकोला फिर बहतरा और अब देवगांव और दर्रीघाट से प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार की लिखित शिकायत हुई है मस्तूरी जनपद पंचायत में एक से बढ़कर एक मामले सामने आ रहे है और अधिकतर मामले में प्रधानमंत्री आवास योजना में ही गड़बड़ी की शिकायत है ताजा मामला देवगांव और दर्रीघाट के आवास मित्र अनीश खंडे की है जिस पर देवगांव सरपंच ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि उसने जियो टेक के नाम पर हितग्राहियों से एक ₹1000 हजार नगदी लिया है वही आवास की राशि आने पर 10-10 हजार नगद मांगने का भी आरोप है जिसकी शिकायत बिलासपुर जिला पंचायत और मस्तूरी जनपद पंचायत में किया गया था एक टीम जांच के लिए देवगांव कुछ दिन पहले ही पहुंची थी और जांच कर रिपोर्ट लेकर वापस लौट गई है इसी तरह कुछ दिन पहले ही बहतरा में भी रोजगार सहायक पर ग्रामीणों ने आवास प्लस सर्वे के नाम पर अवैध नगदी वसूली का आरोप लगाया था जिसकी जांच भी हो गई है पर उस जांच रिपोर्ट का इंतजार भी ग्रामीणो कों लंबे समय से हैं ऐसा ही मामला अकोला में भी लगभग साल भर पहले आया था जहां रोजगार सहायक पर फर्जी मस्टर रोल भरकर अपने चहेतो को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया था यहां भी जांच हुई थी पर जांच रिपोर्ट आज तक नहीं आई है रोजगार सहायक पर क्या एक्शन लिया गया यह भी नहीं पता है रोजगार सहायक को नौकरी से निकाला गया या किसी अन्य गांव में ट्रांसफर किया गया इसकी जानकारी किसी को नहीं।
क्या कहते हैँ जिम्मेदार
जाँच टीम की गठन किया गया जाँच चल रहा हैँ कब तक होगा कहना मुश्किल हैँ।
जे आर भगत
सी ई ओ मस्तूरी
अकोला बहतरा देवगांव और दर्रीघाट के ग्रामीण इस जांच रिपोर्ट के इंतजार में बैठे हैं कि कब इसका परिणाम सबके सामने आएगा और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कब एक्शन लिया जाएगा क्योंकि जिन ग्रामीणों ने उनके खिलाफ शिकायत किया है उन सभी को न्याय की उम्मीद इन जांच टीम के अधिकारियों से है जो जांच करने यहां गए थे अब इसमें इतना लंबा समय क्यों लग रहा है यह तो यह अधिकारी बता सकते हैं।