एक्शन का इंतजार कालिंदी इस्पात के खिलाफ लगातार शिकायत प्रदूषण से 8 से 10 गाँवो के ग्रामीण हो रहें परेशान फसल भी बर्बाद ग्रामीणों नें खोला मोर्चा 15 दिनों का अल्टीमेटम जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर जिले के मस्तूरी विधानसभा के पचपेड़ी तहसील के ग्राम बेलपान खपरी स्थित कालिंदी इस्पात में लगातार विवाद और शिकायतों का दौर जारी हैँ कभी मजदूर का ऊपर से गिरने से मौत हो जाती हैँ कभी गांव वाले प्रदूषण कों लेकर महीनों प्लांट कों बंद करा देते हैँ कभी सुशासन तिहार में हजारों ग्रामीणों के जन प्रतिनिधि शिकायत करते हैँ पर ताज्जुब तब होता हैँ की इतना सब कुछ होनें के बाद भी बिलासपुर कलेक्टर इस मामले में संज्ञान नहीं लें रहें हैँ ग्रामीणों नें सुशासन तिहार में पहले ओखर में फिर भरारी में अधिकारीयों कों असापास के 8 से 10 गाँवो के किसानों और ग्रामीणों कों होनें वाली समस्याओं से अवगत लिखित शिकायत के माध्यम से कराया पर अधिकारी भी ग्रामीणों की समस्या कों नजरअंदाज किए जा रहें हैँ आपको बताते चलें की पूर्व में कालिंदी इस्पात से होनें वाली प्रदूषण के वजह से प्लांट के खिलाफ हजारों लोगो नें मोर्चा खोल दिया था जिसके दबाव में प्लांट प्रबंधन कों प्लांट बंद करना ही पड़ा था तब फिर से कालिंदी कों रीस्टार्ट करने ग्रामीणों कों कालिंदी इस्पात के एमडी आनन्द सिंघानिया नें 100 रुपए के स्टाम्प पेपर में 19 बिन्दुओ में वादा किया गया था जिसमे शिवनाथ नदी से पानी लाकर प्लांट चलाने प्लांट के जीएम अरविन्द सिंह कों हटाकर किसी छत्तीसगढ़ के योग्य इंसान कों जीएम रखने आसपास गाँवो कों सी एस आर मद से 2 करोड़ विकास कार्यों के लिए फण्ड देनें स्कूलों में शिक्षक मुहैया कराने किसानों कों फसल बर्बादी पर मुआवजा देनें जैसे कई वादे किए गए हैँ पर अमल नहीं होनें की वजह से लगातार आसपास के 10 से 12 गाँवो के सरपंच जनपद सदस्य और ग्रामीणों नें प्लांट की लगातार सुशासन तिहार में शिकायत किया हैँ उनका कहना हैँ की कालिंदी इस्पात की प्रदूषण की वजह से खेती का फसल बर्बाद हो रहा हैँ जल प्रदूषित हो रहा हैँ लोगो कों बाँझपन नपुंशकता जैसे बिमारियों का सामना करना पड रहा हैँ प्रकृति कों भी भारी नुकसान हो रहा हैँ यहाँ से निकलने वाली जहरीली धुएँ की वजह से पेड़ पौधे मर रहें हैँ और इन सभी समस्याओ कों सभी सरपंचो क्षेत्र के जनपद सदस्यों और ग्रामीणों नें अधिकारीयों के समक्ष रखा हैँ जिसकी हर हाल में ग्रामीण जाँच चाहते हैँ पर शासन प्रशासन अभी तक मौन हैँ देखना होगा साय सरकार सुशासन तिहार 2025 में ग्रामीणों की सभी समस्या प्राथमिकता के साथ निपटाने की बात तो करती हैँ पर बिलासपुर जिले के मस्तूरी के खपरी बेलपान में लगे कालिंदी इस्पात की शिकायत लगातार होने के बाद भी यहाँ अधिकारी अभी भी चुप्पी साधे बैठे हैँ जो सुशासन तिहार पर भी सवाल खड़े कर रहा हैँ क्या साय सरकार दिला पायेगी ग्रामीणों कों कालिंदी इस्पात के प्रदूषण से मुक्ति क्या ग्रामीणों की उम्मीदों में सही साबित होगा सुशासन तिहार क्या यहाँ से होने वाली भू जल के दोहन कों रोकने में सफल होंगी सरकार क्या ग्रामीणों की पेय जल की समस्या होंगी दूर क्या सरकार और इनके अधिकारी कालिंदी के शिवनाथ नदी से पानी लाकर प्लांट संचालन करने प्लांट कों देगा निर्देश या यू ही ग्रामीणों कों प्रदूषण से मरने उनके हाल में छोड़ देगा शासन प्रशासन देखने वाली बात होंगी।