CG – जैतपुरी में गरीब ग्रामीणों की 3 महीने का राशन डकार गए भ्र्ष्टाचारी 16.5लाख की रिकवरी भी नहीं हुआ जमा अब सरपंच पर लगा रहें आरोप जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//मस्तूरी के जैतपुरी गांव में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आवाज उठाना सरपंच को भारी पड़ रहा है दरअसल जैतपुरी में पिछले कई वर्षों से उचित मूल्य दुकान को चंदा के अंजोर स्व.सहायता समूह के द्वारा संचालित किया जा रहा था जिसके विक्रेता संजय यादव और प्रताप सिंह पटेल थे दोनों ने मिलकर खूब गरीबों की कई महीनों की राशन को डकार लिया धीरे-धीरे इनकी पोल पट्टी खुलती गई ग्रामीणों को जब कई महीनो का राशन नहीं मिला तो गांव के गुस्साए लोगों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दी इसके बाद जांच में यह पता चला कि इनके द्वारा 16 लाख 50 हजार की राशन की गड़बड़ी की गई है और उनके खिलाफ रिकवरी का कार्य सरकार के द्वारा किया जा रहा हैँ सालों तक ये गरीबों का हक का चांवल शक्कर और नमक गायब करते रहें इसके बाद वर्तमान सरपंच दिलहरण पटेल को ग्रामीणों ने इस मामले में मीटिंग बुलाकर भ्रष्टाचारियों से गरीबों का राशन दिलाने और न्याय करने की गुहार लगाई पंचायत में मीटिंग बुलाया गया और गायब हुए राशन को वापस करने की बात सरपंच के साथ ग्रामीणों ने कहीं बस इसी बात को लेकर उचित मूल्य दुकान के पूर्व संचालक संजय यादव और प्रताप सिंह पटेल ने सरपंच और रोजगार सहायक की शिकायत बिलासपुर जिले में उच्च अधिकारियों से कर दी सरपंच दिलहरण पटेल का कहना है कि उनकी गलती सिर्फ इतनी है कि उन्होंने साढे 16 लाख रुपए के गरीबों के राशन को हर हड़पने वालों को चांवल वापस करने की बात कही है जिसके कारण प्रताप पटेल और संजय यादव उनसे बदला लेने के लिए उन पर झूठी आरोप लगा रहे हैं और जगह-जगह शिकायत कर रहे हैं
ग्रामीणों नें जारी किया वीडियो…
जानने योग्य बात यह है कि प्रताप सिंह पटेल और संजय यादव जो पूर्व में उचित मूल्य दुकान के संचालक थे और इन्हीं की देखरेख में 16 लाख 50 हजार की गड़बड़ी उचित मूल्य की दुकान में की गई है इन्हीं के द्वारा सरपंच के खिलाफ शिकायत किया गया है शिकायत पत्र में जिन ग्रामीणों ने सिग्नेचर किया है वहीं ग्रामीण अब दर्जनों की संख्या में वीडियो जारी कर रहे हैं और दोनों पर फर्जी साइन कराने का आरोप लगा रहे हैं उनका कहना है कि उनको पता ही नहीं था कि सरपंच के खिलाफ शिकायत करने के लिए उनसे दस्तखत लिए जा रहे हैं अगर उनको बताया जाता कि यह सरपंच के शिकायत लेटर पर साइन कराए जा रहे हैं तो वह साइन कभी नहीं करते क्योंकि उन्होंने कुछ भी भ्रष्टाचार नहीं किया है सरपंच को अभी पद में आए कुछ ही महीने हुए हैं भला वह कैसे भ्रष्टाचार कर सकता है सरपंच ने गांव में मीटिंग बुलाकर गरीबों के चांवल को वापस करने की बात कही थी जिसके कारण संजय यादव और प्रताप सिंह पटेल सरपंच और को बेवजह फंसा रहे है।
झूठी आरोप राजनीति से प्रेरित…
जैतपुरी रोजगार सहायक हेमलता यादव पर लगे मनरेगा में फर्जी उपस्थिति के शिकायत और ऊपर के अधिकारियों को कमीशन देने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि यह आरोप झूठी है राजनीति से प्रेरित है यह मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है,इस संबंध में सरपंच दिलहरण पटेल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह आरोप झूठी और हमारी पंचायत की छवि धूमिल करने की ये राजनीतिक द्वेष है। इन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता संजय यादव पर 16.5 लाख रुपये की राशन घोटाले का मामला चल रहा है यह पंचायत के 600 लोगो की तीन मांह का चांवल वितरण नही किया है जिसकी शिकायत कलेक्टरेट में हुआ था जो जांच में सही पाया गया और संजय यादव पर 16.5 लाख की रिकवरी का आदेश भी जारी हुआ जिसे आज तक इसने भुगतान नही किया है जिससे गांव वालो को अभी तक तीन माह का राशन मिला नही है। वही रोजगार सहायक पर मनरेगा के संबंध में शिकायत पत्र पर हस्ताक्षर किये ग्रामीणो से पूछा गया तो ग्रामीणों ने बताया कि संजय यादव ने धोखे में रखकर झुठ बोल कर शिकायत पत्र में हस्ताक्षर करवाया है। यह बात हम लिखित और विडिया दोनो में देने को तैयार है और हम जांच दल की सामने यही बोलने को तैयार है।
एक तो ग्रामीणों का राशन खा गए ऊपर से उनको बिना बताये सरपंच के खिलाफ शिकायत पत्र में साइन भी करा रहें हैं जिसको लेकर अब पूरा गाँव एक हो गया हैं और बीते शुक्रवार को दर्जनों लोग इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाना पहुंच गए थे पर किसी नें इनको समझा बुझा कर घर वापस भेज दिया देखना होगा मस्तूरी में बैठे अधिकारी कब तक गमन किए राशन की बकाया16.5 लाख की रकम जमा करा पाते हैं।