छत्तीसगढ़

CG – सुकमा ,पंखाजूर सड़क,”कब बबा मरही,कब बरा ख़ाबो वाली स्थति, या फिर फोर लेन या सड़कों के निर्माणकार्य के लम्बे इंतजार का लॉलीपॉप से ही मुंह मीठा किया जाए…

सुकमा ,पंखाजूर सड़क,”कब बबा मरही,कब बरा ख़ाबो वाली स्थति, या फिर फोर लेन या सड़कों के निर्माणकार्य के लम्बे इंतजार का लॉलीपॉप से ही मुंह मीठा किया जाए।

पंखाजूर। बस्तर के लिए बेहद खुशी की बात है कि केंद्र से जगदलपुर से कोंटा तक फोर लेन सड़क का प्रस्ताव पास हो गया है।लेकिन छत्तीसगढ़ी की एक कहावत है “कब बबा मरही,कब बरा ख़ाबो” कहने का तात्पर्य यह है कि कब फोर लेन सड़क का काम शुरू होकर खत्म होगा और कब फोर लेन का लाभ जनता को मिलेगा फिलहाल जगदलपुर से सुकमा तक की सड़क का हाल जो भुगते वही जाने। गड्ढों से सराबोर सुकमा की सड़क जो कि तीरथगढ़, कुटुमसर गुफा, धुडमारास इसके अलावा यूनेस्को के टेंटेटिव लिस्ट में शामिल कांगेर घाटी नेशनल पार्क जैसे बस्तर के पर्यटन धरोहर को भी जोड़ती है।

स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि जैसे मानो बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों को पिछड़ा ही बनाने पर तुले हो जिससे चुनाव के वक्त वोट बैंक को छोटे मोटे कामों को कराकर बरकरार रखा जाए।बस्तर के सुदूर अंचलों में भोले भाले ग्रामीणों को पहले तकलीफों के दलदल में धकेलकर फिर उसी दलदल में थोड़ी मिट्टी डालकर सहानुभूति ऐंठा जा रहा है।

एक ओर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कांगेर घाटी से लगे सभी पर्यटन क्षेत्रों को निहारने देश ही नहीं विदेशो के भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा आया है तो क्या स्थानीय प्रशासन पर्यटकों का स्वागत खस्ता गड्ढों से कर रही है।सुकमा की सड़क हमारे साथी राज्य तेलंगाना को भी जोड़ती है जिससे व्यापार और यात्रियों का हमारे राज्य और शहर से खासा रिश्ता रहा है मगर सड़को के बदहाल स्थिति से सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह सब तो बाकी जगह की स्थिति है, एक यैसा मामला सड़कों को लेकर आ रहा है।

पखानजूर मे इनदिनों एक युवक की वीडियो सोशल मीडिया मे काफ़ी वायरल हो रही है,और विभाग की जमकर आलोचना की जा रही है।दरअसल पखानजूर इलाके के विभिन्न सड़को की हालात काफ़ी जर्जर है और अक्सर हादसे हो रहे है परन्तु सड़को की मरम्मत नहीं करवाई जा रही है।

वीडियो मे देखा जा सकता है की एक युवक सड़क के गड्ढे मे अगरबत्ती दिखाकर हार पहना रहा है और नारियल फोड़कर प्रसाद चढ़ा कर विनती भी कर रहा है की गड्ढा महाराज आपको कोई देख नहीं पा रहा है संबंधित विभाग को सद्बुद्धि दे ताकि गड्ढों की मरम्मत हो सके।

लंबे समय से खराब सड़को को क्या स्थानीय प्रशासन द्वारा टेम्प्रेरी भराव कर स्थिति का निवारण नहीं किया जा सकता या फिर फोर लेन या सड़कों के निर्माणकार्य के लम्बे इंतजार का लॉलीपॉप से ही मुंह मीठा किया जाए।

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