ग्राम करंजी के मसीही मानने वाले बोंजा का जमीन जबरन कब्ज़ा किया गया, भाजपा की सरकार मे संविधान का राज नहीं मानो गुंडों का राज चल रहा,बिलकुल नहीं करेंगे बर्दास्त, जिला प्रशासन ले संज्ञान दिलाए पीड़ित को उनका जमीन न्याय, नहीं तो करेंगे तहसील तोकापाल का घेराव – नरेन्द्र भवानी /चीफ छ. यु. मंच
ग्राम करंजी के मसीही मानने वाले बोंजा का जमीन जबरन कब्ज़ा किया गया, न्यायालय से जितने के बाद भी खाली नहीं किया गया जमीन और तो और जान से मारने की धमकी देते हुवे दुबारा जोताई किया जा चूका, जमीन कब्ज़ा करने वाले को ना न्यायधीश के आदेश का है डर और ना ही जिम्मेदार पीड़ित आवेदक को दिला पा रहे न्याय, क्या भाजपा की सरकार मे संविधान का चलेगा राज या चलेगा गुंडों का मनमानी, न्याय नहीं तो करेंगे तोकापाल तहसील कार्यालय का घेराव – नरेन्द्र भवानी /चीफ छ.ग.यु.मंच
ग्राम करंजी थाना परपा अंतर्गत धर्म को आधार बना जमीन कब्ज़ा कर मसीही मानने वाले बोंजा को डराया धमकाया गया, तहसील तोकापाल से पीड़ित केस भी जीता, बावजूद जमीन कब्जे से नहीं हटा, दुबारा मामला तहसील मे है जोर जबरदस्ती फिर किया गया रोपाई, भाजपा की सरकार मे संविधान का राज नहीं मानो गुंडों का राज चल रहा,बिलकुल नहीं करेंगे बर्दास्त, जिला प्रशासन ले संज्ञान दिलाए पीड़ित को उनका जमीन न्याय, नहीं तो करेंगे तहसील तोकापाल का घेराव – नरेन्द्र भवानी /चीफ छ. यु. मंच
जगदलपुर। मामले मे छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी नें बयान जारी कर बताया है की ग्राम करंजी निवासी श्री बोंजा के हक के जमीन को वर्ष 2021 मे जबरन धर्म को आधार बना कब्ज़ा किया गया क्यूंकि बोंजा मसीही धर्म मान रहा है, जिसके बाद कब्जे की गई जमीन को खाली कराने हेतू तोकापाल न्यायालय मे केस दर्ज किया गया वर्ष 2022 मे आवेदक बोंजा केस को जीत गया और उसके हक के जमीन को खाली कर आवेदक को दिया जावे का आदेश पारित हुवा जिसके बाद कब्ज़ा करने वालों नें बोंजा को ही जान से मारने की धमकी देते हुवे उस समय गांव से बहार भगा दिए यह कहकर की बोंजा मसीही धर्म को मानता है यहाँ से जा नहीं तो जान से मार डालेंगे जिसके बाद बोंजा निराश हताश होकर अपनी जान का परवाह करते हुए डर कर अपने गांव करंजी से दूसरे गांव रहने को चला गया।
भवानी नें आगे कहा है कि कुछ माह बाद बोंजा नें दुबारा न्याय की गुहार लगाईं क्यूंकि बोंजा के पास कमा के खाने का और कोई दूसरा रास्ता नहीं इसी खेत मे वह काम करके अनाज ऊगा के अपना और परिवार का पालन पोषण करेगा और इसी खेत से श्री बोंजा को लोन भी मिला था उस लोन को भी बोंजा को चुकाना है और इसी वजह दुबारा न्याय की गुहार बोंजा नें लगाईं, जिसके बाद हम सबने बस्तर अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक जी के पास न्याय हेतू आवेदन प्रस्तुत किये जिसे तत्काल संज्ञान मे लेते हुवे थाना परपा प्रभारी को मामले मे आदेशित कर कार्यवाही की बात कही गई और फिर दुबारा थाना प्रभारी द्वारा तहसील तोकापाल मे तहसीलदार से बात कर मामले को न्यालय तोकापाल मे लाया गया एक दो पेसी भी हुवा कब्जे दारो को तहसीलदार द्वारा सवाल भी किया गया बावजूद कब्जे दारो द्वारा फिर से अभी खेत मे डराकर धमका के जान से मारने की धमकी देते हुवे दुबारा उसी खेत मे जोताई किया गया जीस खेत को खाली करने का आदेश है, ऐसे परिस्थिति मे यह तो स्पष्ट है की जमीन कब्ज़ा करने वालों को किसी न्यालय के आदेश का कोई खौप नहीं किसी पुलिस का कोई डर नहीं ऐसे मे पीड़ित को कैसे मिलेगा।
भवानी नें आगे कहा है की जल्द ही मामले मे पीड़ित के हक के जमीन वापस खाली करवाने का काम जिला प्रशासन नहीं करेगा तो मजबूरन हमें तहसील तोकापाल कार्यलय का घेराव अथवा धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा जिसका सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।