बंधन कौन-कौन से हैं और उनसे मुक्ति कैसे मिलेगी, दुखों से मुक्ति कैसे मिलेगी – रक्षाबंधन कार्यक्रम में यह समझाया जाएगा – बाबा उमाकान्त महाराज

बंधन कौन-कौन से हैं और उनसे मुक्ति कैसे मिलेगी, दुखों से मुक्ति कैसे मिलेगी – रक्षाबंधन कार्यक्रम में यह समझाया जाएगा – बाबा उमाकान्त महाराज
रक्षाबंधन 2025 का कार्यक्रम 7, 8 और 9 अगस्त को झुंझुनूं, राजस्थान में होगा
झुंझुनूं, राजस्थान सतगुरु बाहर में जगत संसार के बंधन खोलने का काम करते हैं और अंदर में जीवात्मा को प्रभु के प्रेम बंधन में बाँधते हैं।
“जब सतगुरु पकड़े बांह, तो काल कभी रोके नहीं, काल कभी टोके नहीं”
नया भारत डेस्क। वक्त के समरथ सतगुरु द्वारा बताए गए साधन को करने का कार्य साधना कहलाता है और साधना करने से संसार के संकट खत्म हो जाते हैं। इसलिए इधर-उधर दौड़ लगाने के बजाय एक ही रास्ता साध लिया जाए तो सब बात बन जाती है।
“जिन्हें गुरु लगे अति प्यारे, तिन कुल कुटुम्ब सब तारे”
ऐसे साधकों के साथ जीवन रक्षा व जीवात्मा की रक्षा के लिए अंतर्मुखी साधना करवाने की, भवसागर से पार उतरने का, दुःख तकलीफों को दूर करने का उपाय बताने के लिए बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज अपने मुख्य आश्रम उज्जैन से चलकर के इस कार्यक्रम में पधार रहे हैं। अतः इस पावन पर्व में, इस अवसर को चूकना नहीं, क्योंकि खराब समय में ऐसा मौका बार-बार मिलता नहीं है।
रक्षाबंधन कार्यक्रम पर बाबा उमाकान्त महाराज के वचन
बंधन से मुक्ति कैसे मिलेगी और बंधन कौन-कौन से हैं, किस तरह के बंधन में जीव फंसा हुआ है, जकड़ा हुआ है, मुक्ति कैसे मिलेगी, मोक्ष कैसे मिलेगा, दुखों का जो पहाड़ टूट रहा है, दुखों के समुद्र में इंसान पड़ा हुआ है; उससे मुक्ति कैसे मिलेगी, छुटकारा कैसे मिलेगा; तो यह सब बातें वहां समझाई, बताई जाएंगी। और बहुत से लोग ये जो तकलीफ झेल रहे हो अगर उस तकलीफ से, उस रास्ते से आपको लाभ मिल जाएगा तो जो भी भाड़ा, किराया खर्चा करोगे, अपनी गाड़ी के तेल का खर्चा करोगे, वह आपके अन्य खर्चों से जो दवा में खर्चा करते हो, इधर-उधर भागते दौड़ते हो सुख और शांति के लिए, तकलीफ दूर करने के लिए, वह तेल का खर्चा बहुत कम रहेगा। तो बराबर कोशिश करो कि हम पहुंचें।
*बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा सतसंग एवं नामदान कार्यक्रम*
7 अगस्त 2025 – सायं 5 बजे ध्यान -भजन व संदेश, 8 अगस्त 2025 – प्रातः एवं सायं 5 बजे ध्यान-भजन व संदेश, 9 अगस्त 2025 – प्रातः 5 बजे से ध्यान भजन व संदेश, तत्पश्चात रक्षासूत्र एवं प्रसाद वितरण। स्थान- लाम्बा फार्म हाउस, गवर्मेंट आई.टी.आई कॉलेज के पास, गुढ़ा रोड, उदावास, झुंझुनू, राजस्थान