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CG:कन्या शाला देवकर में मची हरेली की धूम बच्चों ने लगाई हरियाली की मेहंदी…. नीम की पत्तियाँ वातावरण को शुद्ध करती है–गिरिजा पटेल

साजा विधानसभा क्षेत्र देवकर


संजू जैन7000885784 बेमेतरा:शासकीय कन्या प्राथमिक शाला देवकर विकासखंड साजा में बस्ता विहीन शनिवार को बहुत ही धूमधाम से छत्तीसगढ़ के प्रथम त्यौहार का आयोजन किया गया। हरियाली के प्रतीक इस पर्व में शाला की शिक्षिकाएं सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रतिभागी बच्चे रसोइया। सफाईकर्मी,समाज से महिलाएं हरे रंग की वेशभूषा मे उपस्थित हुए। जिसमें मुख्य रूप से नीम के पत्तों से कार्ड निर्माण, टियारा निर्माण, गेड़ी चढ़ना, शाला में उपलब्ध औजारों की पूजा, नीम की टहनियों को शाला परिसर और कक्षाओं में लगाना, पारंपरिक नृत्य प्रस्तुति, गौ माता को लोंदी खिलाना एवं समाज से उपस्थित महिलाओं को हरे रंग के उपहार प्रदान किया गया। एवं उनके द्वारा बच्चों के साथ कार्यक्रम प्रस्तुति दिया गया। बच्चों के हाथों में प्रधान पाठिका द्वारा हरियाली संबंधित मेंहदी लगाया गया। प्रधान पाठिका गिरिजा पटेल ने बच्चो को बताया कि हरेली पर्व का हमारे छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है और जो सारे कार्य इस पर्व में किए जाते है और जो हम बच्चों के साथ विद्यालय में करते है सबका अलग अलग महत्व है।यह त्यौहार सावन मास की अमावस्या को मनाया जाता है। जो प्रायः जुलाई या अगस्त माह में आता है इस समय तक कृषकों की बियासी का कार्य पूर्ण हो चुका होता है। तो औजारों की सफाई कर व पूजा कर उनको व्यवस्थित किया जाता है। इस प्रकार यह पर्व कृषि के महत्व को भी दर्शाता है यह प्रकृति की पूजा का पर्व है। गाय को खिलाए जाने वाले लोंदी में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व होते है जो उनके लिए स्वास्थ्यप्रद होते है। और यह गायों की सेवा का भाव भी दर्शाता है गेड़ी चढ़कर लोग पेड़ों व फलों को तोड़कर घर ले आते जो प्रकृति की पूजा और दया का प्रतीक है। और यह एक पारंपरिकगतिविधि है। यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है लोग गेड़ी चढ़ने के लिए एकत्रित होते है जो सामाजिक एकता का परिचय देता हैनीम की पत्तियां वातावरण को शुद्ध करती है उक्त माह में सूर्य का प्रकाश कम होने और वर्षा अधिक होने से बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है जिससे नीम की पत्तियां सुरक्षा प्रदाय करती है l वीणा रावटे ने बताया कि प्रत्येक त्यौहार का हमारे जीवन में विशेष महत्व है हमें इसे उल्लास के साथ मनाना चाहिए। बच्चों और पूरे शाला परिवार में उत्साह का माहौल देखने को मिला। उक्त आयोजन में प्रधान पाठिका गिरिजा पटेल, वीणा रावटे, बसंती अग्रवाल, आशा अग्रवाल, शारदा अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल, भीमा, खेमा, पुष्पा, महेशीया, सुनीता, रमौतीन, सुंदर ठाकुर, मुजीत खान उपस्थित थे।

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