छत्तीसगढ़

CG – पवित्र सावन महीने में बाबा विश्वनाथ की दर्शन करने मस्तूरी के मानिकचौरी से निकला 12 श्रद्धांलुओं का जथ्था पढ़े पूरी ख़बर

मस्तूरी//मानिकचौरी और आसपास गाँव के 12 लोगों का जथ्था 26 जुलाई दिन शनिवार क़ो बिलासपुर जक्शन से बाबा धाम काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए रवाना हुई जिनमें केदार नाथ साहु हेमलाल जगत खेमराज पटेल सरपंच साधु साहु बिन्दा निषाद जन्नु‌ मोहन आशा राम महेन्द्र साहु राजकुमार साहु आदि शामिल है। केदार साहू बताते है की जनता इन तीर्थ यात्राओं की उपयोगिता समझती है इसलिए उनकी यात्रा का समुचित प्रबंध करने के लिए आवश्यक व्यवस्था जुटाने वाले साधन खड़े करना परमार्थ प्रयोजन माना जाता है धर्मशालाएं विशुद्ध रूप से धर्मप्रचारकों के निवास के लिए ही बनती थी। स्थान-स्थान पर भंडारे का प्रबंध इसलिए रहता था कि तीर्थयात्रा वाले परिव्राजकों को सुविधापूर्वक भोजन मिल जाए। अन्न क्षेत्र भी इसीलिए खोले जाते है। प्याऊ इन पथिकों के लिए थे। अतिथि सत्कार का जो प्रचलन है, उसमें भी यही भाव था कि साधु संस्था के सदस्य संत, ब्राह्मण, तीर्थयात्री जिधर से निकलें, उधर उन्हें कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन दिनों तीर्थयात्रियों को सुविधाएं हर जगह सरलतापूर्वक मिल जाती थी, इसलिए वे अपना कार्य अपरिग्रही रहकर भी सुविधा के साथ सम्पन्न करते रहते थे।

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